New Agra Urban Centre: People and builders are eyeing to buy land near it, know the full detail of project…#agranews
आगरलीक्स…आगरा में न्यू आगरा अर्बन सेंटर को लेकर हलचल तेज. मास्टर प्लान तैयार. लोगों—बिल्डरों की नजरें इसके पास जमीन खरीदने पर. जानिए कैसा होगा अर्बन सेंटर और क्या होगा यहां खास
आगरा में 10 हजार हेक्टेयर में नीदरलैंड के एम्स्टर्डम और राटरडैम की तर्ज पर यमुना एक्सप्रेस के पास न्यू आगरा अर्बन सेंटर, ड्राफ्ट मास्टर प्लान तैयार। 60 गांवों की जमीन पर चार हिस्सों में बनेगा न्यू आगरा अर्बन सेंटर, इसमें उद्योग, पर्यावरण, हेरिटेज व ट्रासंपोर्ट होंगे। यमुना प्राधिकरण ने 15 जनवरी तक न्यू आगरा अर्बन सेंटर के लिए तैयार किए गए ड्राफ्ट मास्टर प्लान पर सुझाव और आपत्ति मांगी हैं। यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण ने आगरा जिले के अधिसूचित क्षेत्र में विकास के लिए ट्रैक्ट वेल स्काई ग्रुप से मास्टर प्लान तैयार किया है। आगरा के सामाजिक आर्थिक के साथ संरचनात्मक ढांचे, उद्यमी, पर्यटक, व्यापारी के साथ बैठक कर एजेंसी द्वारा ड्राफ्ट मास्टर प्लान 2041 तैयार किया गया है।
इधर जब से इस योजना का मास्टर प्लान तैयार हुआ है और यह लोगों की नजर में आया है तब से लोगों ने इस योजना के आसपास की जमीन पर नजरें जमा ली हैं. बिल्डरों से लेकर लोगों तक में यहां जमीन खरीदने की रुचि जागृत हुई है.
बड़े उद्योग स्थापित होंगे, पर्यटन का केंद्र बनेगा
न्यू आगरा अर्बन सेंटर में टीटीजेड के चलते प्रदूषण रहित ईकाईयां ही स्थापित की जा सकेंगी। यहां सेमीकंडक्टर, आईटी, मोबाइल फोन निर्माण , खिलौनेख्, होम फर्निशिंग, टेक्सटाइल सहित अन्य बड़े उद्योग स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ ही देश और दुनिया की ऐतिहासिक साइट, हालीवुड, बालीवुड से संबंधित मॉडल विकसित किए जाएंगे जिससे पर्यटक भी यहां आएं। नीदरलैंड के एम्स्टर्डम और राटरडैम की तर्ज पर इसे विकसित किया जाएगा। थीम आधारित पार्क, एम्यूजमेंट पार्क, पार्क, हरित पट्टी आदि विकसित की जाएंगी। फेज एक व दो की अपेक्षा न्यू आगरा अर्बन सेंटर में हरित क्षेत्र अधिक होगा। इसके साथ ही पार्किंग स्थल, ट्रासंपोर्ट नगर आदि विकसित किए जाएंगे।
इन गांवों की जमीन पर बसेगा
अगरपुर, अगवरखास, आंवल खेड़ा, अरेला, बहरामपुर, बेलौथ, बामन, बंधनु, बिहारीपुर, चाऔली, चाऊगन, चाउकरा, छलेसर, खीरिया, खेरिया खंदौली, कुबेरपुर, मदनपुर एएच, मदनपुर, मालुपुर, मूंदी जहांगीपुर, नादू, नगला मनी, नगला निशांख, नगला तुलसी, नहर्रा, नवलपुर, नयाबांस, चिरहौली, नेकपुर, छिरौली, पंत खरा, धगरौली एनएच, धगरौली मस्ट, परबतपुर, धरेरा, परिहार, धोरू, पेसाई, गजौली, पोइया सहित अन्य गांव शामिल किए गए हैं।
15 प्रतिशत भूमि ग्रीन बेल्ट के लिए आरक्षित रहेगी
आगरा के पास बसाए जाने वाले इस नए शहर में उद्योग इकाइयों के साथ-साथ ट्रांसपोर्ट हब पर भी खास फोकस होगा. प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 15 फीसदी जमीन ग्रीन बेल्ट के लिए आरक्षित की जाएगी. आगरा के पास नया शहर बसने और उद्योग लगने से आगरा के लोगों को रोजगार की तलाश में अपने घर से दूर नहीं जाना पड़ेगा. आपको बता दें कि ताज महल के कारण आगरा के आसपास किसी भी प्रदूषणकारी गतिविधि की अनुमति नहीं है ताकि स्मारक को नुकसान न हो. यही कारण है कि नए शहर केवल हरित उद्योगों को बढ़ावा दे सकते हैं ताकि प्रदूषण के खतरों को नियंत्रित किया जा सके.
नए शहर के लिए भूमि का क्षेत्रफल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आगरा के पास यमुना एक्सप्रेसवे पर बसाए जाने वाले इस शहर की 25 फीसदी जमीन उद्योग के लिए आरक्षित की जा सकती है. इसके अलावा आवासीय भूमि 20 प्रतिशत तक और व्यावसायिक भूमि 4 प्रतिशत तक रखी जा सकती है. परिवहन के लिए 13 प्रतिशत भूमि आरक्षित करने का भी प्रावधान है. जैसा कि हमने पहले ही बताया, 15 फीसदी जमीन ग्रीन बेल्ट के लिए और 7 फीसदी जमीन पर्यटन के लिए आरक्षित की जा सकती है. शेष भूमि का उपयोग अन्य प्रयोजनों के लिए किया जा सकता है.