नईदिल्लीलीक्स…. टूलकिट मामले में और गिरफ्तारियों के लिए पुलिस के छापे। महाराष्ट्र में सड़क हादसे में 15 मजदूरों की मौत। साथ में देश-विदेश की अब तक की खबरें।
निकिता और शांतुन की गिरफ्तारी को छापे
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन से जुड़ी टूलकिट सोशल मीडिया पर साझा करने के मामले में दिशा रवि की गिफ्तारी के बाद पुलिस और सक्रिय हो गई है। इस मामले में निकता जैकब और शांतुन के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो चुके हैं। पुलिस इनकी गिरफ्तारी को छापेमारी कर रही है। पुलिस इनकी लोकेशन मिलते ही गिरफ्तार कर लेगी। दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम य़ूनिट टूलकिट मामले में और गिरफ्तारियों के बारे में पहले ही संकेत दिए थे। टूलकिट की जांच में यह बात सामने आई है कि दिशा समेत कई लोगों ने खालिस्तान को दोबारा खड़ा करने और सरकार को बदनाम करने की साजिश रची।
किसान नेता समर्थन में उतरे
दूसरी ओर इस मामले में दिशा रवि की गिरफ्तारी पर किसान नेता उसके समर्थन में आ गए हैं। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम, शशि थरूर ने भी गिरफ्तारी की निंदा की है।
जलगांव में ट्रक पलटने से 15 मजदूरों की मौत
महाराष्ट्र के जलगांव जिले के यावल तालुका के किंगओं गांव में भीषण हादसा हो गया। देर रात एक ट्रक के पलटने से ट्रक में सवार 15 लोगों की मौत हो गई। तीन लोग घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक सभी मृतक मजदूर थे और अभोदा, करहल और रावेर जिले के रहने वाले थे। पपीते से लदे ट्रक में सवार होकर गंतव्य के लिए लौट रहे थे। किंगाओ गांव में मंदिर के पास अचानक चालक को झपकी लगने से ट्रक बेकाबू होकर पलट गया। देर रात सूचना मिलने पर पुलिस ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया।
चमौली आपदाः सुरंग से दो औऱ शव मिले
चमौली जिले में एक सप्ताह पूर्व आई जल प्रलय के बाद तपोवन जल विद्युत परियोजना की सुरंग समेत पूरे आपदा प्रभावित इलाके से अब तक 52 शव मिले हैं। सुरंग सेआज दो और शव निकलने के बाद मृतकों की संख्या 54 हो गई है। हादस के बाद से 151 लोग अभी भी लापता है। तपोवन सुरंग से आज दो शव निकाले जाने के बाद इस सुरंग से अब तक आठ शव निकाले जा चुके हैं। 55 लोगों के शवों की शिनाख्त के लिए उनके परिजनों के डीएनए नमूने लिए जा रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा- नहीं टला है कोरोना का खतरा
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने कहा है कि कोरोना वायरस के मामलों में दिनयाभर में आई कमी प्रोत्साहित करने वाली है लेकिन कोविड-19 रोकने में मददगार रहे कदमों में अभी ढिलाई दिए जाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में कोरोना संक्रमण में कमी आई है लेकिन मौजूदा स्थिति से संतुष्ट हो जाना वायरस जितना ही खतरनाक है। अभी वह समय नहीं आया है कि कोई देश प्रतिबंधों में ढील दे। क्योंकि अब यदि किसी मौत होगी तो यह और भी त्रासदीपूर्व होगा।