आगरालीक्स…(8 November 2021 Agra News) आगरा में निकाहनामा अभी माडर्न नहीं हुआ है लेकिन अलीगढ़ में निकाहनामे में उर्दू के साथ अब हिंदी और अंग्रेजी ने भी जगह बना ली है। इसमें दूल्हा व दुल्हन के फोटो भी लगेंगे।
आगरा में अभी निकाहनामा उर्दू में इस्तेमाल किए जाने के संबंध में मौलाना मोहम्मद उजर आलम ने बताया कि आगरा में अभी उर्दू में ही निकाहनामा दिया जा रहा है, उनके द्वारा भी निकाहानामा उर्दू में दिया जा रहा है लेकिन कोई मांग करता है तो उसे अंग्रेजी अथवा हिंदी में तजुर्मा कर निकाहनामा दिया जाता है।
इसके विपरीत अलीगढ़ में काजियों ने माडर्न निकाहनामा का इस्तेमाल भी शुरू कर दिया है। पहले दो गवाहों की मौजूदगी में काजी निकाह कबूल कराते थे। दस्तावेज के तौर पर निकाहनामा नहीं होता था। बाद में कई बार विवाद की स्थितियां बनीं तो काजियों व मुफ्तियों ने तय किया कि निकाह को तहरीर की शक्ल में दर्ज किया जाए। इसके लिए उर्दू में निकाहनामा बनाया गया। निकाहनामा सिर्फ उर्दू में होने से सरकारी कार्यों व शौहर-बीवी को विदेश जाने में परेशानी होती थी। निकाहनामा का उर्दू से हिंदी व अंग्रेजी में तर्जुमा कराकर काजी की मुहर लगवाना पड़ती थी। निकाहनामा में फोटो न होने से शौहर व बीवी की पहचान भी नहीं हो पाती है। इन समस्याओं से माडर्न निकाहनामा निजात दिलाएगा।
मुफ्ती-ए-शहर हनीफ बरकाती सहित कई काजियों ने इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
मुस्लिम युवाओं में घट रही है उर्दू जानने वालों की संख्या
वर्तमान में मुस्लिम युवा वर्ग में उर्दू जानने वालों की संख्या घट रही है। उर्दू में निकाहनामा होने से दूल्हा-दुल्हन पढ़ नहीं पाते थे। अब हिंदी व अंग्रेजी में भी लिखा-पढ़ी होने से आसानी होगी। दूल्हा-दुल्हन के फोटो पर निकाह कबूल कराने वाले काजी की मुहर भी लगेगी। इससे दूल्हा-दुल्हन की पहचान में आसानी होगी वहीं फोटो बदले भी नहीं जा सकेंगे