आगरालीक्स…आगरा में कोरोना से संकट में जूझ रहे लोगों की मदद कर रही एक अन्नामृत सेवा. ई—रिक्शा से फुटपाथ पर रहने वालों को निशुल्क भोजन…
कोविड मरीजों के लिए अस्पतालों और घरों तक भी पहुंचाई जा रही है अन्नामृत सेवा
कहते हैं भूखे को भोजन करवाना सबसे बड़ा मानव धर्म है, लेकिन श्री श्री जगन्नाथ मंदिर ईस्काॅन, आगरा के सेवादार इसे गरीबों और असहायों तक ही नहीं बल्कि अस्पतालों और घरों तक भी पहुंचा रहे हैं।
श्री श्री जगन्नाथ मंदिर, ईस्काॅन आगरा के अंतर्गत फूड फाॅर लाइफ ईस्काॅन आगरा की ‘जीवन के लिए भोजन’ अन्नामृत सेवा आज प्रेरणा बन गई है। इसके तहत प्रभु श्री जगन्नाथ जी के मंदिर से निकली थाली को शहर के अस्पतालों और घरों में कोविड मरीजों के लिए पहुंचाया जा रहा है। श्री श्री जगन्नाथ मंदिर ईस्काॅन आगरा के अध्यक्ष अरविंद स्वरूप दास जी ने बताया कि जीवन के लिए भोजन अन्नामृत एक ऐसी सेवा है जो ईस्काॅन द्वारा पूरे विश्व में चलाई जाती है। विगत छह महीनों से यह आगरा में भी संचालित हो रही है, जिसमें एसएन मेडिकल काॅलेज, जिला अस्पताल, लेडी लाॅयल में हर रोज सुबह के वक्त 800 खाने के पैकेट पहुंचाए जा रहे हैं। इसके अलावा होम आइसोलेशन वाले कोविड मरीजों के लिए दोपहर के वक्त प्रसादम पहुंचाया जाता है। आगरा में यह पहल ईस्काॅन के संस्थापक आचार्य भक्तिवेदांत स्वामी श्री प्रभुपाद के निर्देशों का पालन करने का प्रयास है। संस्थापक आचार्य जी का आदेश है कि मंदिर के 10 किलोमीटर के दायरे में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए। अरविंद स्वरूप दास जी ने बताया कि अभी तक ईस्काॅन आगरा डेढ़ लाख लोगों तक प्रसादम पहुंचा चुका है और यह अनवरत जारी है। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति अपने मन में यह शंका न रखे कि ईस्काॅन कोई विदेशी संस्था है। ईस्काॅन को हिन्दी में अंतर्राष्ट्रीय श्रीकृष्ण भावनामृत संघ कहा जाता है। ईस्काॅन से जुड़ना बहुत ही आसान है। केवल मंदिर आकर, प्रसाद ग्रहण कर और गीता को अपने जीवन में उतारकर इससे जुड़ सकते हैं।
कमलानगर स्थित मंदिर परिसर में श्री जगन्नाथ जी का यह प्रसादम मंदिर के पांच प्रभु जी तैयार कराते हैं। सबसे पहले भगवान का भोग होता है। इसके बाद सेवादारों द्वारा इसे भक्तों और जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाता है।
संयोजक संजीव मित्तल
संकट के समय अस्पतालों तक पहुंचाई सेवा
संयोजक संजीव मित्तल ने बताया कि पहले यह सेवा गरीबों-असहायों के लिए थी, लेकिन कोरोना के संकट काल में इसे अस्पतालों के साथ ही एमजी रोड सहित शहर में कई स्थानों पर गरीबों और असहायों के लिए ई-रिक्शा द्वारा भोजन वितरण कराया जाता है।
संयोजक शैलेन्द्र अग्रवाल
चेहरे पर आ जाती है मुस्कान
संयोजक शैलेंद्र अग्रवाल ने बताया कि प्रतिदिन दलिया, खिचड़ी, दाल-रोटी सैकड़ों लोगों तक पहुंचाई जा रही है। लोग इसे प्रभु श्री जगन्नाथ जी का आशीर्वाद मानकर ग्रहण करते हैं। वहीं कोविड मरीजों के लिए यह नई उम्मीद और आशा की किरण की तरह है। प्रसादम उनके चेहरे पर मुस्कान लाता है।
अशु मित्तल
हाल ही में शुरू हुई होम डिलीवरी सेवा
जीवन के लिए भोजन अन्नामृत सेवा कीं प्रमुख अशु मित्तल ने बताया कि कोरोना के संकट काल में श्री श्री जगन्नाथ मंदिर, ईस्काॅन आगरा के फूड फाॅर लाइफ ईस्काॅन आगरा चेप्टर ने अपनी सेवाओं में विस्तार किया है। होम डिलीवरी के रूप में नई सेवा हाल ही में शुरू की गई है। इसमें प्रसादम को एक दिन पूर्व सूचना पर दिन में एक बार सुबह 11 से दोपहर 02 बजे के बीच परोसा जाता है। होम आइसोलेशन वाले कोविड मरीजों के लिए यह सेवा मंदिर परिसर से छह किलोमीटर के दायरे में चलाई जा रही है।
कोविड रिपोर्ट के साथ बुक होता है आॅर्डर
होम डिलीवरी की यह सेवा केवल कोविड मरीजों के लिए ही है। इस सेवा के लिए मरीज को फोन नंबर 05624034840 पर काॅल करने के अलावा व्हाॅट्स एप नंबर 8171795225 पर सुबह 10 से शाम 07 बजे के बीच अपनी कोविड रिपोर्ट भेजनी होती है।