‘Pyramid of faith’ will give Positivity by removing negativity
आगरालीक्स…डॉक्टर्स हों या मरीज, नेगेटिविटी दूर करेगा पिरामिड आफ फेथ. कोरोना महामारी से लडने की देगा शक्ति.
रेनबो हॉस्पिटल में किया गया स्थापित
2020 एक आसाधारण वर्ष रहा है. हम सबने इतने बडे़ परिवर्तन का अनुभव पहली बार किया है. कोरोना महामारी का प्रभाव दुनिया में हर कोने तक फैल गया है. लोग अपने भविष्य को लेकर भयभीत हैं. ऐसे में सकारात्मकता बहुत जरूरी है. यह कहना है रेनबो ग्रुप के चेयरमैन डा. आरएम मल्होत्रा का.
रेनबो हाॅस्पिटल में चिकित्सा विज्ञान और आस्था का समन्वय बढ़ाने के लिए ‘पिरामिड आफ फेथ’ स्थापित किया गया है. इसका लोकार्पण करते हुए ग्रुप के चेयरमैन डा. आरएम मल्होत्रा ने कहा कि कोरोना जैसी मुश्किल परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति हम सब में हो इसके लिए जरूरी है कि हम सकारात्मक रहे.
एकाग्रता और ऊर्जा देगा
रेनबो आईवीएफ कीं निदेशक डा. जयदीप मल्होत्रा ने कहा कि अस्पताल एक ऐसी जगह है जहां कई बार डाॅक्टर मानसिक तनाव महसूस करते हैं तो कई बार मरीज या उनके परिवार वाले विश्वास खोने लगते हैं. ऐसे में यह पिरामिड आॅफ फेथ एकाग्रता और उर्जा का समावेश अपने करने के लिए एक पवित्र स्थान का काम करेगा. अस्पताल के निदेशक डा. नरेंद्र मल्होत्रा ने कहा कि इस पिरामिड की स्थापना पृथ्वी, अग्नि, जल, वायु और नभ इन पंचतत्वों के साथ कराई गई है, जो नकारात्मकता को दूर करेगा.
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर सेलिब्रिटी काॅस्मेटोलाॅजिस्ट नीलम गुलाटी, सुनील गुलाटी, आर्किटेक्ट पूर्णिमा शर्मा, संगीत शर्मा, शिवांश शर्मा, डा. बेला मोहन, डा. आदित्य मोहन, डा. निहारिका मल्होत्रा, डा. केशव मल्होत्रा, डा. आरएल शर्मा, डा. मनप्रीत शर्मा, डा. शैमी बंसल, डा. सोनल भार्गव, डा. पंकज भाटिया, डा.सुशांत धवन, डा. राहुल गुप्ता, डा. दीप्ति भारद्वाज, डा. समीर भारद्वाज, डा. आदित्य कुमार, तान्या एंटरप्राइजेज के सुधीर अग्रवाल, रेनबो हाॅस्पिटल के महाप्रबंधक राकेश आहूजा, अमृतपाल सिंह चड्ढा, लवकेश गौतम, सुदीप पुरी, राजीव भसीन, तरूण मैनी आदि मौजूद थे.
‘प्रेग्नेंसी एंजाॅय इंट’ एक नए अवतार में
इस मौके पर कई वर्ष पूर्व डा. प्रभा मल्होत्रा द्वारा गर्भावस्था पर लिखी गई पुस्तक ‘प्रेग्नेंसी एंजाॅय इट’ को नए अवतार में रिलीज किया गया. इस किताब को कुछ नए अध्याय जोड़कर उनकीं सुपुत्री डा. बेला मोहन, सुपौत्री डा. निहारिका मल्होत्रा और एसएनएमसी में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग कीं प्रो. निधि गुप्ता ने प्रस्तुत किया है. किताब में बताया गया है कि गर्भावस्था एक अनमोल सुख है, माताएं हीं सृष्टि कीं रचयिता हैं, उन्हें एक अच्छी देखभाल का अधिकार है. यह किताब भावी माता-पिता को नौ माह की गर्भावस्था यात्रा को समझने और उसका आनंद उठाने में सहायता प्रदान करेगी.