Rental accounts are used for cybercrime…#agranews
आगरालीक्स…(20 December 2021 Agra News) आगरा में साइबर क्राइम की वारदातें सबसे ज्यादा यहां से हो रही हैं. 223 बैंक खाते कराए फ्रीज. डॉ. अरुण गुप्ता के 73 लाख रुपये भी यहां हुए ट्रांसफर..
आगरा में साइबर क्राइम की लगातार वारदातें बढ़ती ही जा रही हैं. हाल ही में दयालबाग के रहने वाले डॉ. अरुण गुप्ता के खाते से भी बदमाशों ने 73 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए हैं. पुलिस के अनुसार आगरा जोन में साइबर क्राइम की वारदातें सबसे ज्यादा बिहार, झारखंड और मेवात के गैंग द्वारा दी जा रही है. एडीजी जोन राजीव कृष्णा ने मीडिया को दी जानकारी में बताया कि साइबर अपराधी दो तरह के बैंक खातां का इस्तेमाल फाइनेंसियल फ्रॉड की रकम ट्रांसफर करने के लिए करते हैं. उन्होंने बताया कि ऐसे क्रिमिनल्स के पास बड़ी संख्या में किराए के खाते रहते हैं. ये खाते असली आईडी पर खोले जाते हैं. साइबर क्रिमिनल अक्सर गरीब और मजदूर वर्ग के लोगों के खातों का यूज करते हैं. ये लोग खाता खुलवाने के लिए इन लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की बात कहते हैं और इनके कागजात लेकर खाते खोल दिए जाते हैं. एडीएम कार्ड शातिर अपने पास रख लेते हैं और इन्हीं खातों के जरिए ये लोग साइबर अपराध को अंजाम देते हैं. यही नहीं अपराधी रकम को एक बैंक एकाउंट से दूसरे बैंक एकाउंट में घुमाते रहते हैं, जिससे कि पुलिस जांच में उलझी रही. पुलिस जब तक इनकी जांच कर पाती है तब तक रकम निकल चुकी होती है.
एडीजी जोन ने बताया कि झारखंड,पश्चिम बंगाल और बिहार की अलग—अलग बैंकों के करीब 223 खातें फ्रीज कराए गए हैं. 127 बैंक खाते भी अलग—अलग बैंकों के हैं जिन्हें फ्रीज कराया जाना है. साइबर सेल की जांच के अनुसार पहले झारखंड में खाते खुलवाए जाते हैं और फिर रकम को पश्चिम बंगाल के खतों में ट्रांसफर किया जाता है और फिर इसके बाद बिहार और फिर बाद में झारखंड रकम ट्रांसफर होती है. इसके बाद एटीएम के जरिए रकम को निकाल लिया जाता है.