Rs 25 lakh ransom to free CFTI librarian in Agra
आगरालीक्स… आगरा में किडनैपर ने दो करोड की फिरौती मांगी, पुलिस देखती रह गई और किडनैपर 25 लाख रुपये की फिरौती लेकर एक संस्थान के लाइब्रेरियन को छोड गए।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 10 अगस्त को मथुरा निवासी सीएफटीआई, आगरा में लाइब्रेरियन जावेद रजा जाफरी गायब हुए थे। प्रतिदिन शाम को अपने घर मथुरा जाते थे। शास्त्रीपुरम ओवरब्रिज से बस पकड़ते थे। घर नहीं पहुंचने पर दूसरे दिन घरवालों ने सिकंदरा थाने में अपहरण का मुकदमा लिखाया था। उनकी आखिरी लोकेशन ग्वालियर में मिली थी।
2 करोड की मांगी फिरौती
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार जावेद को छोड़ने के एवज में अपहर्ताओं ने दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। इसकी जानकारी सिकंदरा पुलिस को है। एक टीम बनाई गई। घरवाले फोन पर बदमाशों के आगे गिड़गिड़ाए। उन्हें बताया कि आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। बदमाशों ने फिरौती की रकम 25 लाख रुपये कर दी, घरवालों को फिरौती लेकर धौलपुर में बसई डांग क्षेत्र में बुलाया गया। घरवालों ने पुलिस को सब कुछ बताया। पुलिस पर भरोसा जताया। पुलिस साथ गई। योजना बनाई गई कि बदमाश जैसे ही फिरौती की रकम लेने आएंगे उन्हें दबोच लेंगे।
पुलिस रह गई देखती
बदमाशों ने घरवालों को चार घंटे घुमाया। बाद में सामने आए। जावेद साथ नहीं था। प्लानिंग धरी रह गई। अपहर्ता फिरौती लेकर चले गए। पुलिस छिपकर ही बैठी रही। फिरौती के बाद जावेद को मुक्त किया। यह मामला फिरौती के लिए अपहरण का था। सिकंदरा पुलिस इसे अभी छिपा रही है। मुकदमा अभी भी आईपीसी की धारा 364ए में तरमीम नहीं किया गया है। इंस्पेक्टर सिकंदरा तो फिरौती की बात तक से इनकार कर रहे हैं। जबकि एसपी सिटी अनुपम सिंह ने मामले को बेहद गंभीर बताया है। उन्होंने कहा मामले की हर पहलू से जांच कराई जाएगी।
बोलेरो सवारों ने किया किडनैप
10 अगस्त को जावेद को शास्त्रीपुरम ओवरब्रिज से बोलेरो सवार बदमाशों ने उठाया था। वह बस का इंतजार कर रहे थे। बदमाश उन्हें सीधे धौलपुर के बीहड़ में ले गए। पांच दिन बाद घरवालों को फोन किया। दो करोड़ मांगे।
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