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Shri Mankameshwar Baradari Issue: Emotional appeal of 90 year old Shri Bhagwan Agarwal, 135 year old Ram Barat may not be continued#agranews
आगरालीक्स..(14 June 2021 Agra News) आगरा की 135 साल पुरानी राम बारात अब न निकल पाए, 90 साल के श्री भगवान अग्रवाल भावुक होकर बोले, जनता तय करे मनकामेश्वर मंदिर के महंत सही या हम
रामलीला कमेटी आई सामने
आगरा के श्री मनकामेश्वर मंदिर में के दालान में बने कमरों पर कब्जा करने के आरोप में श्रीरामलील कमेटी के श्री भगवान अग्रवाल, अतुल बंसल सहित चार पर मुकदमा दर्ज किया गया है. थाना मंटोला में श्री मनकामेश्वर मंदिर मठ प्रशासक हरिहर पुरी की तहरीर पर ये मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमे के 4 दिन बाद श्रीरामलीला कमेटी सामने आई है. कमेटी ने इस संबंध में एक प्रेस कांफ्रेंस भी की. वयोवृद्ध श्रीभगवान अग्रवाल ने वीडियो के जरिए भावुक होकर अपनी बात रखी.
भावुक हुए 90 साल के श्रीभगवान अग्रवाल
श्रीभगवान अग्रवाल का कहना है कि मेरी उम्र 89 साल की है. मैं इस 135 साल पुरानी रामलीला कमेटी से 70 साल से जुड़ा हुआ है. मैंने अपनी जिम्मेदारी का निर्वह पूरी अच्छी तरह से किया है. न कभी कोई लोभ किया न कभी लालच. इसके बावजूद हमें भू माफिया बताया जा रहा है. हमारे ऊपर बारादरी को कब्जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं. श्री भगवान अग्रवाल ने भावुक होते हुए कहा कि हमें कोई लालच नहीं है सारा सामान रामलीला कमेटी का था जो कि बारादरी में है. हमने इसको लेकर बोर्ड भी लगाया हुआ है कि ये सारा सामान रामलीला कमेटी का है. हमारे ऊपर पहले भी केस दर्ज किए गए. पहले खारिज भी हुआ लेकिन इसके बावजूद बार—बार मुकदमा लगाया गया. इस स्थिति में हम लोग कैसे काम करेंगे. उन्होंने कहा कि हमें कुछ नहीं चाहिए, जिसे संभालना है संभाल लो. बस सामान सेफ रहना चाहिए. चांदी का रथ है. इसके अलावा बहुत से सामान हैं. सोने चांदी के मुकुट हैं सब बारादरी में हैं. हम इसकी सेफ्टी के लिए शुरू से ही लगे हुए हैं. सारा सामान रखा हुआ है कोई नया नहीं है.
ऐसे तो रामबारात ही नहीं निकल पाएगी
श्रीभगवान अग्रवाल का कहना है कि पहले रामलीला बारादरी से ही शुरू होती थी. इसके बाद इसका जैसे—जैसे विस्तार होता गया ये रामलीला मैदान में होने लगीं. दशहरे तक की लीलाएं वहीं होने लगीं. हमें जो तंग कर रहे हैं, समय समय पर हमारे खिलाफ मुकदमा लगा रहे हैं, भगवान राम उनको देखेंगे. लेकिन हम इन परिस्थितियों में कैसे काम कर सकते हैं. ऐसे तो आगे आगरा की धरोहर रामबारात ही नहीं निकल पाएगी. हमारे छह साथी जो कि कर्मठ थे वो कोरोना में चले गए. मैं चल फिर नहीं सकता, पैरों में तकलीफ है. बच्चे कहते हैं कि आप किस चक्कर में फंस गए हैं. समय भी दे रहे हैं और उसका नतीजा उल्टा निकल रहा है. फिर भी मैं यहीं बैठे बैठे सारा काम करवा रहा हूं.
जनता, प्रशासन और शासन देखे कौन गलत
श्रीभगवान अग्रवाल का कहना है कि पुलिस, प्रशासन और शासन देखे कि कौन सही है और कौन गलत. अगर हम गलत हैं तो भगवान राम हमको सजा दे और अगर ये लोग गलत हैं जो कि हमारे ऊपर मुकदमा लगा रहे हैं तो भगवान इनको सजा दे.
रामलीला से होता है शहर का विकास
श्री भगवान अगव्राल का कहना है कि आगरा की रामबारात उत्तर भारत की सबसे प्रसिद्ध बारात है. जिसमें सारी रात झांकियां लगती हैं और जनकपुरी पहुंचती है. इसके कारण उस कॉलोनी का विकास होता है, सड़कों का निर्माण होता है. कई लोगों की रोजी रोटी चलती है. कई बाजार बन जाते हैं. तो हम क्या भूमाफिया हैं, अब ये जनता तय करे. हम दोषी हैं तो हमें दंड दिया जाए. रोज रोज मुकदमे हो रहे हैं. बच्चे परेशान हैं. कभी कहीं से फोन आता है तो कभी कहीं से. हम तो इस सामान की रक्षा चाहते हैं. हम चाहते हैं कि सामान सुरक्षित रहे. मेरे ऊपर आरोप लगाया है कि बारादरी में आकर गालियां दी गई हैं. मैं दो साल से चल परेशान हूं. चल नहीं पाता हूं. अब तो अच्छे आदमी आकर काम करे.