SN Medical college doctor says its hurting on video of cancer patient attendant claiming rat bite
आगरालीक्स …आगरा में कैंसर मरीज के पैर को चूहे कुतरने के आरोप पर एसएन के डॉक्टर का कहना है कि इतनी मेहनत के बाद यह वीडियो कष्टकारी है, कहीं भर्ती नहीं किया, एसएन में भर्ती कर पीपीई पहनकर इलाज किया गया। कोविड की जांच कराई गई, एक सीनियर रेजीडेंट रविवार को पॉजिटिव आ गया, इससे कैंसर मरीज भी संक्रमित ना हो जाएं, उनकी जांच कराई गई, रिपोर्ट निगेटिव आने पर उनसे कहा गया कि दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर देते हैं, इस पर इन्कार कर दिया। उनसे कहा कि आप घर चले जाएं, वार्ड सैनेटाइज करने के बाद रेडियोथैरेपी की सुविधा शुरू होते ही सूचना दे दी जाएगी, घर से रेडियोथैरेपी कराने के लिए एसएन आ सकते हैं। जिस वार्ड में चूहे के पैर कुतरने के आरोप लगाए जा रहे हैं, वहां अभी तक ऐसी घटना नहीं हुई है। यह नया वार्ड है, तीमारदार के आरोप लगाने के बाद चूहे मारने वाली दवा भी रखी गई लेकिन एक भी चूहा दिखाई नहीं दिया।
आगरा के लोहामंडी निवासी इंद्र खंडेलवाल की पत्नी साक्षी खंडेलवाल को ब्रेस्ट कैंसर है। कैंसर का इलाज निजी चिकित्सक से चल रहा था। इंद्र खंडेलवाल का आरोप है कि 27 अप्रैल को न्यू आगरा क्षेत्र के कैंसर रोग विशेषज्ञ के हॉस्पिटल पर पहुंचे। वहां उनसे 500 रुपये फीस के लेने के बाद फोन पर बात कराई गई, उन्होंने रेडियोथैरेपी कराने के लिए कह दिया लेकिन देखने तक नहीं आए। हॉस्पिटल में भर्ती करने से इन्कार कर दिया। वे अपनी पत्नी को एसएन के कैंसर रोग विभाग में ले आए। यहां 28 अप्रैल को उनकी पत्नी को एसएन में भर्ती कर लिया। डॉक्टर की टीम ने इसे कोविड 19 संदिग्ध मानते हुए पीपीई पहनकर इलाज किया। 29 अप्रैल को रेडियोथैरेपी कराई गई, 30 अप्रैल और एक मई को शनिवार और रविवार होने के कारण रेडियोथैरेपी बंद रहती है, इसी बीच रविवार को सीनियर रेजीडेंट में कोरोना की पुष्टि हो गई। कैंसर मरीज के बगल में उनका तीमारदार भी था, उसे रात में कुछ पता नहीं लगा, सुबह उसने कहा कि पैर में से खून निकल रहा था, खून का थक्का जमा हुआ था, उसे साफ कराकर पटटी कराई गई।
वीडिया यह है आरोप
5 मई की रात को साक्षी के पैर को चूहा कुतर गया, इससे खून बहने लगा। इंद्र खंडेलवाल ने सोशल मीडिया पर वीडिया वायरल किया है, इसमें उन्होंने चूहे के पैर कुतरने के बाद खून बहने का वीडियो और एसएन से घर भेजने के लिए कहने का वीडियो है। एसएन से छुटटी करने के बाद निजी अस्पताल लेकर गए। वहां भी भर्ती नहीं किया गया है।