इससे पहले आईकोग ( 59वीं ऑल इंडिया कांग्रेस ऑफ आब्स्टेट्रिक एंड गायनेकोलॉजी) में पूना से आई डॉ. रितु संतवानी ने बताया कि अक्सर 14-20 वर्ष की युवतियां अपनी मम्मियों के साथ माहवारी की अनियमितता, चेहरे पर अधिक बाल, दाढ़ी-मूछ निकलने जैसी समस्या लेकर आती हैं। असल में यह लक्षण हार्मोनल डिसबेलेन्स यानि पोलीसिस्टिक ओवेरियन सिन्ट्रोम के होते हैं। ऐसे मामलों में युवतियों का वजन भी बढ़ जाता है।
इसकी मुख्य वजह विटमिन डी की कमी, तनावपूर्ण जीवन शैली और फायबर रहित फास्ट फूड है। अक्सर मामलों में लोग इस समस्या को जेनेटिक समझ बैठते हैं। लेकिन पीसीओएस के मामले सिर्फ दो फीसदी ही वंशानुगत होते हैं। वाकी कारण बदलती जीवन शैली है। इसलिए इस समस्या से निजात पाने के लिए दवाओं के साथ यह भी जरूरी है कि युवतियां अपनी लाइफ स्टाइल में परिवर्तन लाएं। यदि पीसीओएस के साथ थायरॉयड की भी समस्या हो तो आवाज में भारीपन भी आ सकता है।
क्या करें
-हर रोज कम से कम 40 मिनट व्यायाम करें।
-विटामिन डी का मुख्य स्त्रोत सूर्य है। इसलिए बेहतर होगा यदि सुबह 20 मिनट का व्यायाम सूर्य की रोशनी में किया जाए।
-खाने में आलू, मैदा शक्कर और चावल का प्रयोग कम करें।
-तनाव को दूर रखें और हमेशा खुश रहने की कोशिश करें।
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