आगरालीक्स…(14 December 2021 Agra News) आगरा के खंदारी स्थित जैन मंदिर में संपन्न हुआ वेदी स्थापना एवं शिखर कलशारोहण ध्वजारोहण का कार्यक्रम
मंगलवार को खंदारी स्थित श्री 1008 चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर देवनगर में परम पूज्य पट्टाचार्य श्री 108 ज्ञेयसागर जी महाराज मुनि श्री 108 ज्ञातसागर जी महाराज ससंघ 8 पीछी के सानिध्य में चल रहे चार दिवसीय वेदी स्थापना एव शिखर कलशारोहण ध्वजारोहण का कार्यक्रम बडे़ ही हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम का शुभारंभ आचार्य श्री 108 ज्ञानसागर जी महाराज के चित्रअनावरण एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ. इसके बाद विधानचार्य अविनाश भैया एव विधानचार्य नितिन भैया व पंडित जिनेंद्र जैन शास्त्री के निर्देशन में नवीन वेदी पर पहले मूलनायक चंद्रप्रभु भगवान की प्रतिमा को राजेश सेठी गया वालों द्वारा स्थापित की गई. दूसरे शांतिनाथ भगवान की प्रतिमा को रूपेश जैन चांदी वालों द्वारा स्थापित की गई. तीसरे वासुपूज्य भगवान की प्रतिमा को डीके जैन द्वारा स्थापित की गई. आदिनाथ भगवान की विधिनायक प्रतिमा रजत सिहासन सहित स्थापित करने का सौभाग्य पन्नालाल बैनाड़ा,विवेक बैनाड़ा आराध्य बैनाड़ा देवांश बैनाड़ा परिवार को प्राप्त हुआ. भगवान् की प्रतिमा जी के साथ ही भगवान् के सीर पर छात्र एवं भामण्डल चढ़ाकर गया. मंदिर पर मुख्य शिखर कलश निर्मल मौठया द्वारा लगाया गया. मुख्य शिखर पर ध्वज हीरालाल बैनाड़ा एवं विभु बैनाड़ा राजेश बैनाड़ा परिवार द्वारा लगाया गया. इसके पश्चात पंडित जिनेंद्र जैन शास्त्री द्वारा सभी इंद्र-इंद्राणी ने हवन में आहुति देकर विश्व शांति महायज्ञ की कामना की.

जयकारों से गुंजायमान हुआ मंदिर परिसर
इस दौरान जयकारों से मंदिर परिसर में गुंजायमान रहा. शाम को 108 दीपकों से श्री जी की मंगल आरती संगीतमय की गई.मीडिया प्रभारी शुभम जैन ने बताया कि आचार्य श्री 108 ज्ञेयसागर जी एव मुनि श्री 108 ज्ञातसागर जी महाराज ससंघ का भव्य मंगल प्रवेश कल श्री 1008 शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर जयपुर हाउस में सुबह 8 बजे होगा. इस अवसर पर मंदिर के मुख्य ट्रस्टी राजीव जैन,मुकेश रपरिया,राजेश जैन,राहुल जैन,संजू जैन,राजू गोधा,संजीव जैन,विवेक जैन, प्रशांत जैन,राजेश जैन,सुरेंद्र जैन, अंकेश जैन,शुभम जैन,अर्जाव जैन,शिल्पी जैन,एकता जैन सीमा जैन,बीना बैनाड़ा,उषा मौठया, समस्त सकल दिगंबर जैन समाज देवनगर एव टैगोर नगर के लोग बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद रहें.