आगरालीक्स…चैत्र नवरात्र इस बार 8 दिन के होंगे. हाथी पर सवार होकर आएंगी देवी मां. घट स्थापना करने जा रहे हैं तो जानिए संपूर्ण जानकारी…
चैत्र नवरात्र इस बार 8 दिन के होंगे. 30 मार्च से शुरू होकर ये 6 अप्रैल तक चलेंगे. इस बार नवरात्रि में देवी मां अपने प्रिय भक्तों के यहां पड़वा रविवार को गज हाथी पर सवार होकर आएंगी और नवरात्रि की समाप्ति पर सोमवार दशमी तिथि को गज हाथी पर सवार होकर देवलोक को वापस लौट जाएंगी.
विश्व प्रसिद्ध चौघड़िया मुहूर्त अनुसार घटस्थापना के उत्तम मुहूर्त
30 मार्च 2025 दिन रविवार को प्रातः 07:51 से लेकर 12:26तक विश्व प्रसिद्ध चौघड़िया मुहूर्त अनुसार “चर “लाभ और अमृत “के तीन सुप्रसिद्ध चौघड़िया मुहूर्त उपलब्ध होंगें जिनमें सरकारी, गैर सरकारी नौकरी पेशा लोगों एवं बीमारी से ग्रस्त व्यक्तियो के लिए अति शुभ और उन्नति कारक समझे जाएंगे. इसके बाद दोपहर 01:05 से 03:29 तक “शुभ”का बहुत ही सुंदर चौघड़िया मुहूर्त उपस्थित होंगा. इसी समय से पहले 12:18 बजे से दोपहर 01:07 तक” अभिजीत” मुहूर्त भी चालू हो जाएगा. यह महूर्त व्यापारियों और नौकरी पेशा लोग जिन बच्चों के विवाह शादी एवं परीक्षाओं में दिक्कत परेशानी का समय है उन लोगो के लिए इस शुभ समय में घट स्थापना के लिए यह अत्यंत शुभ एवं फलदायक महूर्त कहे जाएंगे. इस समय में घट स्थापना करने से व्यक्ति की समस्त मनोकामनाओ की पूर्ति अवश्य ही देवी मां करेंगी.
हमें घट स्थापना कैसी करनी चाहिए
नवरात्री में घट स्थापना का बहुत महत्त्व है। नवरात्री की शुरुआत घट स्थापना से की जाती है।कलश को सुख समृद्धि , ऐश्वर्य देने वाला तथा मंगलकारी माना जाता है। कलश के मुख में भगवान विष्णु गले में रूद्र , मूल में ब्रह्मा तथा मध्य में देवी शक्ति का निवास माना जाता है। नवरात्री के समय ब्रह्माण्ड में उपस्थित शक्तियों का घट में आह्वान करके उसे कार्यरत किया जाता है इससे घर की सभी विपदा दायक तरंगें नष्ट हो जाती है तथा घर में सुख शांति तथा समृद्धि बनी रहती है
घट स्थापना की सामग्री
जौ बोने के लिए मिट्टी का पात्रजौ बोने के लिए शुद्ध साफ़ की हुई मिटटी जिसमे कंकर आदि ना हो, पात्र में बोने के लिए जौ ( गेहूं भी ले सकते है ), घटस्थापना के लिए मिट्टी का कलश या फिर तांबे का कलश भी लें सकते है, कलश में भरने के लिए शुद्ध जल, गंगाजल, रोली , मौली, पूजा में काम आने वाली साबुत सुपारी,कलश में रखने के लिए सिक्का ( किसी भी प्रकार का कुछ लोग चांदी या सोने का सिक्का भी रखते है ), आम के पत्ते, कलश ढकने के लिए ढक्कन ( मिट्टी का या तांबे का ),ढक्कन में रखने के लिए साबुत चावल, नारियल, लाल कपडा, फूल माला,फल तथा मिठाई ,दीपक , धूप , अगरबत्ती
घट स्थापना की विधि
सबसे पहले जौ बोने के लिए एक ऐसा पात्र लें जिसमे कलश रखने के बाद भी आस पास जगह रहे। यह पात्र मिट्टी की थाली जैसा कुछ हो तो श्रेष्ठ होता है। इस पात्र में जौ उगाने के लिए मिट्टी की एक परत बिछा दें। मिट्टी शुद्ध होनी चाहिए । पात्र के बीच में कलश रखने की जगह छोड़कर बीज डाल दें। फिर एक परत मिटटी की बिछा दें। एक बार फिर जौ डालें। फिर से मिट्टी की परत बिछाएं। अब इस पर जल का छिड़काव करें
कलश तैयार करें। कलश पर स्वस्तिक बनायें। कलश के गले में मौली बांधें। अब कलश को थोड़े गंगा जल और शुद्ध जल से पूरा भर दें
कलश में साबुत सुपारी , फूल डालें। कलश में सिक्का डालें। अब कलश में पत्ते डालें। कुछ पत्ते थोड़े बाहर दिखाई दें इस प्रकार लगाएँ। चारों तरफ पत्ते लगाकर ढ़क्कन लगा दें। इस ढ़क्कन में अक्षत यानि साबुत चावल भर दें
नारियल तैयार करें। नारियल को लाल कपड़े में लपेट कर मौली बांध दें। इस नारियल को कलश पर रखें। नारियल का मुँह आपकी तरफ होना चाहिए। यदि नारियल का मुँह ऊपर की तरफ हो तो उसे रोग बढ़ाने वाला माना जाता है। नीचे की तरफ हो तो शत्रु बढ़ाने वाला मानते है , पूर्व की और हो तो धन को नष्ट करने वाला मानते है। नारियल का मुंह वह होता है जहाँ से वह पेड़ से जुड़ा होता है ।अब यह कलश जौ उगाने के लिए तैयार किये गये पात्र के बीच में रख दें.
चैत्र नवरात्र-30मार्च 2025 से 06 अप्रैल 2025 तक की शुभ दिन व तिथियां
नवरात्रि दिन 1 (प्रतिपदा)घटस्थापना : मां शैलपुत्री पूजा,30मार्च 2025 (रविवार)
नवरात्रि दिन 2 (द्वितीया)मां ब्रह्मचारिणी पूजा 31मार्च 2025 (सोमवार)
नवरात्रि दिन 3 (तृतीया)मां चंद्रघंटा पूजा,31मार्च 2025, (सोमवार)
नवरात्रि दिन 4 (चतुर्थी)मां कूष्मांडा पूजा, 01अप्रैल 2025 (मंगलवार)
नवरात्रि दिन 5 (पंचमी)मां स्कंदमाता 02 अप्रैल 2025 (बुधवार)
नवरात्रि दिन 6 (षष्ठी)मां कात्यायनी पूजा,03अप्रैल 2025 (गुरूवार)
नवरात्रि दिन 7 (सप्तमी)मां कालरात्रि पूजा 04, अप्रैल 2025(शुक्रवार)
नवरात्रि दिन 8 (अष्टमी)मां महागौरी, दुर्गा महा अष्टमी पूजा, दुर्गा 05 अप्रैल 2025, (शनिवार)
नवरात्रि दिन 9 (रामनवमी)मां सिद्धिदात्री नवरात्रि पारण 06अप्रैल 2025, (रविवार)
दशमी. 07 अप्रैल 2025 दिन (सोमवार) देवी मां का हाथी पर देवलोक (गमन) प्रस्थान
प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य परम पूज्य गुरुदेव पंडित ह्रदयरंजन शर्मा अध्यक्ष श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान गुरु रत्न भण्डार पुरानी कोतवाली सर्राफा बाजार अलीगढ़ यूपी व्हाट्सएप नंबर-9756402981,7500048250