आगरालीक्स…(23 December 2021 Agra News) आगरा को आईटी सिटी बनाने की मांग फिर से उठी. आईटी मंत्री से कहा—आगरा में उद्योग पहले से ही खत्म् हो चुके हैं, पर कुछ तो हो जिससे यहां के लोगों को रोजगार मिले
केंद्रीय आईटी मंत्री से मिले व्यापारी
आज केंद्रीय आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर आगरा में आईटी हब के उदघाटन के लिए आए. यहां उनसे आगरा व्यापार मंडल और नेशनल चैंबर के पदाधिकारियों ने बात करते हुए मांग की कि आगरा को आईटी सिटी बनाया जाये. बेंगलोर में बनाए जाने से पहले आगरा में बनाया जाना था. सबसे पहले केंद्रीय विधि न्याय मंत्री एसपीएस बघेल ने मंत्री के समक्ष इसका प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा कि बेंगलोर से पहले आईटी सिटी आगरा में बनाया जाना विचाराधीन था. आगरा एक विश्व पर्यटक स्थलों में अपनी एक पहचान रखता है. ऐसे में हजारों लोगों को इससे रोजगार मिलेगा.
उजड़ चुके हैं उद्योग
आगरा व्यापार मंडल के टीएन अग्रवाल ने भी अपना पक्ष रखते हुए कहा कि आगरा पहले ही प्रदूषण के नाम पर काफी पिछड़ चुका है. यहां से पॉल्यूशन के नाम पर काफी उद्योगों को उजाड़ा गया है. दाल मिल, डीज़ल इंजन, ईटों के भट्टे को यहां से पलायन करना पड़ा, जिससे लाखों मजदूरों को बेरोजगार होना पड़ा. अब अगर आगरा में आईटी सिटी बनती है तो फिर से हजारों लोगों के लिये रोजगार खुलेगा. आईटी मंत्री जी नेशनल चैंबर और आगरा व्यापार मंडल के पदाधिकारियों से दिल्ली में आकर इस संदर्भ में बात करने के लिये बुलाया है.
जीएसटी की दर बढ़ाने पर भी रोष
इसके बाद एकमा के अध्यक्ष टीएन अग्रवाल व आगरा शू फैक्टर के अध्यक्ष गागनदास रामानी व एफमेक के अध्यक्ष पूरन डावर ने जूते और कपड़े पर जीएसटी कीं दरों को 5% से बढाकर 12% कर दिये जाने पर सरकार के इस निर्णय पर रोष प्रकट करते हुए इसे तुरंत वापिस लिए जाने की मांग की. इस पर मंत्री ने वित मंत्री निर्मला सीतारमण से बात करने का आश्वासन दिया.