
सतीश प्रधान हत्याकांड में 18 अप्रैल को गवाही थी। इससे पहले हत्यारोपियों ने पोहप सिंह को धमकाना शुरू कर दिया। धमकी के चलते वे कोर्ट नहीं पहुंचे थे। आगामी दो मई को कोर्ट में गवाही देने जाने वाले थे।
शनिवार सुबह आठ बजे पोहप सिंह अपने घर से बाइक लेकर निकले और बमरौली अहीर में सतीश प्रधान के भाई राजेश खन्ना के पास पहुंचे। कुछ रुपयों की जरूरत बताते हुए दस हजार रुपये मांगे। राजेश ने पोहप सिंह को चार हजार रुपये का चेक दे दिया। चेक लेकर घर लौटते समय दोपहर करीब 12.15 बजे ग्वालियर हाईवे पर स्थित दीप पेट्रोल पंप के पास खोखे पर रुके और परिचित से बातें करने लगे। इस बीच तीन हमलावर पैदल चलते हुए उनके पास पहुंचे और नजदीक आते ही ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। पोहप सिंह को चार गोलियां मारने के बाद हमलावर हवाई फाय¨रग करते हुए भागे और कुछ दूरी पर खड़ी बाइक लेकर निकल गए। हाईवे किनारे हुई ताबड़तोड़ फाय¨रग से सनसनी फैल गई।
पोहप सिंह की गर्दन सीने और पैर मिलाकर चार गोलियां लगी थी। पंद्रह मिनट तक वे सड़क किनारे पड़े तड़पते रहे, मगर कोई मदद को नहीं आया। घटना की सूचना पर पहुंचे सीओ सदर असीम चौधरी और इंस्पेक्टर जेएन अस्थाना फोर्स के साथ पहुंचे, मगर तब तक पोहप सिंह की मौत हो चुकी थी।
सीओ सदर ने बताया कि पोहप सिंह की पत्नी गीता की तहरीर पर बंटी यादव निवासी सोहल्ला, संतोष यादव निवासी बमरौली अहीर, हरिओम बघेल निवासी धनौली, नहने, दीपक और रवि निवासीगण सेवला के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
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