UP News: Youth dies after LED TV explodes in UP, This is probably the first case of this kind…#upnews
आगरालीक्स…यूपी में एलईडी टीवी फटने से युवक की मौत. इस तरह का शायद यह पहला मामला…जानिए क्या हो सकती है वजह, आप भी दें अपनी राय…
यूपी के गाजियाबाद में मंगलवार को एलईडी टीवी फटने और उसके विस्फोट से एक युवक की मौत हो जाने के मामले को जिसने भी सुना वह हैरान रह गया. हर किसी की जुबान पर एक ही शब्द था कि ऐसे कैसे हो सकता है. टीवी से जुड़े कारोबारी भी टीवी के ब्लास्ट होने और उसके कारण एक युवक के मौत हो जाने की खबर सुनकर अचरज में हैं. उनका कहना है कि हम कई वर्षों से कारोबार से जुड़े हैं लेकिन इस तरह का यह पहला मामला सुना है. हाई वोल्टेज के कारण एलईडी की स्क्रीन पिघलने की घटना तो हो जाती है लेकिन विस्फोटा होना कभी नहीं देखा या सुना.
जानिए क्या है पूरा मामला
मामला यूपी के गाजियाबाद के हर्ष विहार कॉलोनी का है. पुलिस के अनुसार यहां रहने वाले करण के घर में दोपहर करीब ढाई बजे करन और उसका दोस्त ओमेंद्र पहली मंजिल पर लगी टीवी देखने लगे. करन की मां ओमवती भी वहीं थी. दोपहर करीब तीन बजे अचानक टीवी की स्क्रीन में जोरदार धमाका हुआ. यहा धमाका इतना तेज था कि करीब आधा किलोमीटर तक इसकी गूंज सुनाई दी. हादसे के बाद नीचे करण का भाई सुमित और उसकी भाभी मोनिका सबसे पहले वहां पहुंचे तो देखा करण, ओमवती और ओमेंद्र बुरी तरह से लहूलुहान हालत में जमीन पर पड़े हुए हैं. कमरे की दीवारें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी थी. सोफा, बेड समेत अन्य सामान खराब हो चुका था. थोड़ी देर में अन्य लोग भी वहां आ गए. उन्होंने तीनों घायलों को दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया जहां ओमेंद्र की मौत हो गई, जबकि मां—बेटे की गंभीर हालत है.
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने धमाके की वजह पता करने के लिए पूरे कमरे की छानबीन भी की लेकिन कहीं भी कोई भी संदिग्ध चीज नहीं मिली. पुलिस के अनुसार घायलों के चेहरे में एलईडी के टुकड़े घुसे हुए थे और प्रथम दृष्टया यही लगा कि एलईडी की स्क्रीन ब्लास्ट हुई है. टीवी क्यों फटा इसकी अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन लोग अपने अपने दावे कर रहे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि हाई वोलटेज होने पर टीवी फटा है लेकिन बिजली अधिकारियों का कहना है कि अगर ऐसा होता तो कई और घरों में इस तरह का नुकसान पहुंचता. इस मामले में टीवी कारोबारी भी असमंजस में हैं. उनका कहना है कि इस तरह का यह पहला मामला हमने सुना है. जरूरी इसकी वजह कुछ और हो सकती है.