Video: Casper Home’s Vinita Arora cried and told her pain in the Nagar Nigam Agra#agranews
आगरालीक्स…(4 August 2021 Agra News) आगरा में 71 स्ट्रीट डॉग से उनका आशियाना छिन गया है. इन डॉगीज की देखभाल करने वाली ने नगर निगम का घेराव कर रोते हुए बताया अपना दर्द…
बारिश के पानी में डूब गया शैल्टर होम
29 जुलाई को आयी बारिश ने 30 लाख में तैयार किए गए 71 स्ट्रीट डॉग से उनका आशियाना छीन लिया। वजह नगर निगम की लापरवाही थी, जिसका खामियाजा कान्हा उपवन गौशाला, नरायच के गौवंश भी झेल रहे हैं। नगर निगम ने पहले तो कैस्पर होम संस्था को तालाब की जगह डॉग शैल्टर होम के लिए प्रदान कर दी। शैल्टर होम के बराबर में बनी करोड़ों की गौशाला में पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं की। जिस कारण 29 जुलाई की बारिश में गौशाला का सारा पानी शैल्टर होम में भर गया और संस्था की सारी मेहनत को तबाह कर दिया। शैल्टर होम में मौजूद 71 डॉग पानी में तैरने लगे। शैल्टर होम और गौशाला दोनों तालाब बन गए। ऑपरेशन टेबिल, दवाएं, डॉग की खाने की सामग्री सब कुछ डूब गया। कोबरा पुलिस की मदद से बमुश्किल डॉग को बचाया गया। संस्था के सदस्यों ने नुकसान की भरपाई व डॉग के रहने की व्यवस्था करने की मांग के साथ नगर निगम में आज नगरआयुक्त निखिल फुंडे का घेराव कर ज्ञापन सौंपा।
रोते हुए बताया अपना दर्द—कैसे तैयार किया था आशियाना
भरी आंखों से अपनी व्यथा व्यथा व्यक्त करते हुए कैस्पर होम की चेयरपर्सन विनीता अरोरा ने बताया कि को नगर निगम ने संस्था यह जगह जनवरी 2020 में सौंपी (एमओयू) थी। जहां पांच फुट की भरत कराने में ही 50 हजार का खर्चा हुआ। बाउंड्री वॉल, सोक टैंक आदि सब मिलाकर 30 लाख का खर्चा कर संस्था ने शैल्टर होम तैयार किया। लेकिन नगर निगम की लापरवाही ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया। पिछले वर्ष भी गौशाला का पानी शैल्टर होम की जगह में भर गया था। तब यहां डॉग नहीं थे। गौशाला में पानी की निकासी के लिए कई बार नगर निगम के अधिकारियों को ज्ञापन दिया, लेकिन फंड की कमी के चलते बात टाल दी जाती थी। इस अवसर पर मुख्य रूप से कैंग्रेस के अपूर्व शर्मा, बजरंग दल के योगेश निगम, गौरंग बजाज, वीना बजाज, किरन सेतिया, सम्यक जैन, अमन ग्रवाल, विकल्प बंसल, सुनील खेतरपाल, दिव्योम आदि उपस्थित थे।
अपर नगर आयुक्त ने बुलाई टॉस्क फोर्स
सोशल मीडिया पर संस्था द्वारा 30 लाख खर्च कर बनाए गए शैल्टर होम की दुर्दशा देख बजरंग दल के योगेश निगम, कांग्रेस के अपूर्व शर्मा और सपा युवा मोर्चा के महामंत्री विशाल गुप्ता कार्यकर्ताओं के साथ संस्था के सपोर्ट में नगर निगम पहुंचे। जहां अपर नगर आयुक्त अनुपम शुक्ला ने पहले तो संस्था के सदस्यों के साथ अभद्रता की फिर भीड़ को बढ़ता देख टास्क फोर्स बुला ली।
क्या गौशाला की जिम्मेदारी भी संस्था उठाए?
नगर आयुक्त को ज्ञापन देते समय बार-बार वह यही दोहरा रहे थे कि पानी की निकासी की व्यवस्था संस्था को करनी है। इस पर संस्था की चेयरपर्स विनीता अरोरा का कहना था कि हमने शैल्टर होम में तीन सोक टैंक बनवाकर पानी निकासी की व्यवस्था की है। गौशाला में पानी की निकासी की व्यवस्था न होने से शैल्टर होम बर्बाद हुआ हुआ है। क्या अब शैल्टर होम बचाने के लिए नगर निगम की गौशाला की पानी की निकासी का जिम्मा भी संस्था को उठाना पड़ेगा। नगर निगम ने गौशाला से शैल्टर होम तक पक्की सड़क और पानी निकासी की व्यवस्था का आश्वासन दिया था।
दिल्ली की संस्था को भी भेजे जा रहे हैं कुछ डॉग
संस्था ने फिलहाल अपने पुराने निजी शैल्टर होम में डॉग को शिफ्ट कर दिया है, कुछ डॉग दिल्ली को संस्था को भेजे जा रहे। विनीता करोरा का कहना है यदि हमने पीछे इमरजेंसी गेट न बनाया होता तो पूरा स्टॉफ ही डूब जाता। नगर निगम के साथ कोई संस्था काम नहीं कर सकती।
बारिश के पांच दिन बाद भी तालाब जैसी स्थिति
बारिश के पांच दिन बाद भी शैल्टर होम व गौशाला में तालाब जैसी स्थिति बनी हुई है। 30 लाख खर्च कर बनाए गए शैल्टर होम की दीबारों में दरारें आ गईं हैं। हमने शैल्टर होम में पानी की निकासी के लिए तीन सोक टैंक बनवाए थे। लेकिन नगर निगम द्वारा गौशाला में पानी की निकासी की व्यवस्था न करने का खामियाजा हमने भुगता है।