“World No Tobacco Day 2021”: Commit to Quit Campaign in DEI, Agra
आगरालीक्स…(31 May 2021 Agra) “वर्ल्ड नो टोबैको डे 2021”: डीईआई में चला कमिट् टू क्विट अभियान. एक हजार लोगों ने ली शपथ
सिगरेट पीना घातक
समाज मे सिगरेट पीना जैसा घातक आदत कुछ लोगों को है जिसका अभिशाप हमारा समाज भुगत रहा है। सिगरेट पीने व तंबाकू का किसी भी रूप में सेवन करने से शारीरिक स्वास्थ्य खराब हो जाता है तथा जिंदगी कम हो जाती है । दयालबाग शिक्षण संस्थान दयालबाग, आगरा तंबाकू के उपयोग को कम कर कोविड-19 के प्रभाव को घटाने के लिए लोगों को तंबाकू का सेवन छोड़ने के लिए प्रोत्साहित तथा मदद करता है। कोविड-19 पांडेमिक के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए दुनिया के लाखों लोग तंबाकू के सेवन को छोड़न के लिए प्रेरित हुए है ।
एक हजार लोगों ने भाग लिया
दयालबाग शिक्षण संस्थान दयालबाग आगरा के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई तथा उन्नत भारत अभियान संयुक्त रुप से ई-शपथ कार्यक्रम का आयोजन “वर्ल्ड नो टोबैक्को डे” के अवसर किया तथा लोगों को तंबाकू का सेवन छोड़ने के लिए प्रेरित किया । इस ई-शपथ कार्यक्रम के अंतर्गत लोगों को कमिट् टू क्विट टुडे के लिए आह्वान किया । इसका उद्देश्य लोगों को तंबाकू का सेवन अगर कर रहे हैं तो छोड़ देने के लिए तथा भविष्य में इसका किसी भी रूप में उपयोग ना करने के लिए जागरूक करना था। इसमें लोग तंबाकू का सेवन छोड़ने के शपथ तथा दूसरों को इसके लिए प्रेरित करने का शपथ लिए।इसमें लगभग 1000 लोगों ने भाग लिया ।
ई—शपथ ली
दयालबाग शिक्षण संस्थान के कुलसचिव प्रोफेसर आनंद मोहन ने भी ई- शपथ लिया व इसमें भाग लिया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के रीजनल डायरेक्टरेट डॉ अशोक श्रुति ने लोगों को तंबाकू का सेवन छोड़ने की अपील की तथा सभी से आग्रह किया कि जिस तरह करोना काल में तम्बाकू से वने उत्पाद ने फेफड़ों को कमजोर(नुकसान) किया है तथा सेवियरिटी को बढ़ाया इससे सबक लेकर वर्तमान सेवन कर्ता और नौजवान पीढ़ी इस बुराई से दूर हो तो देश और स्वयं के स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल कर पाएंगे ।
विश्व तम्बाकू विरोधी दिवस पर लोगों को इसकी गंभीरता को समझते हुए जीवन शैली में परिवर्तन लाने के लिए आह्वान किया। राष्ट्रीय सेवा योजना के समंवयक् डॉ. सौरभ मनी तथा उन्नत भारत अभियान के क्षेत्रिय समंवयक् डा अशोक जंगिड़ ने विद्यार्थियों व आम लोगों को तंबाकू का किसी भी रूप में सेवन न करने व छोरने की जरूरत बताई तथा कहा कि इससे स्वयं का व समाज का दोनों का नुकसान है। इससे होने वाले प्रदूषण व उसके दुष्प्रभाव के बारे में लोगों को जागरूक करने की आवस्यकता बताई। डीईआई के रसायन विज्ञान के प्रवक्ता डा रंजीत कुमार ने बताया कि सिगरेट का धुआं सिगरेट पीने वाले के साथ-साथ वहाँ के वातावरण को भी प्रदूषित करता है। सिगरेट का धुआँ फेफड़ा को नुकसान पहुँचाता है। इस तरह कोरोना के दुष्प्रभाव को बढ़ा देता है। इसलिए सिगरेट तथा तंबाकू का किसी भी रूप में सेवन नहीं करना चाहिए। ई शपथ कार्यक्रम के आयोजन मे राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डा अंजलि सेठ, डा परविंदर सिंह, डा अनिशा सत्संगी, डा सुषमा मिश्रा आदि का विशेष योगदान रहा।