Worship Shiva with them in Sawan#agranews
आगरालीक्स…। सावन माह 25 जुलाई रविवार से शुरू होगा। जानिए शिवपुराण के अनुसार कौन सी वस्तु, फूल और रस शिवजी पर चढ़ाने से किस फल की प्राप्ति होती है।
आगरालीक्स…(23 July Agra News)। सावन माह 25 जुलाई रविवार से शुरू होगा। जानिए शिवपुराण के अनुसार कौन सी वस्तु, फूल और रस शिवजी पर चढ़ाने से किस फल की प्राप्ति होती है।
हर चीज का अलग फल
श्रावण मास रविवार से शुरू हो जाएगा। भगवान शिव जी के भक्तों के लिए यह एक माह का त्योहार है। अलीगढ़ के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन शर्मा ने बताया कि हर भक्त शिव जी को प्रसन्न करने के लिए दूध, दही, घी, शहद, बूरा के अलावा अन्य वस्तुएं अर्पण करता है। लेकिन शिव पुराण के अनुसार, प्रायः भगवान को अर्पित की जाने वाली हर चीज़ का फल अलग होता है। शिव पुराण में इस बात का भी वर्णन है कि भगवान शिव को अर्पित करने वाली अलग-अलग चीज़ों का क्या फल होता है।
ये अनाज भगवान शिव को चढ़ाएं
भगवान शिव को चावल चढ़ाने से धन की प्राप्ति होती है।
तिल चढ़ाने से पापों का नाश हो जाता है।
जौ अर्पित करने से सुख में वृद्धि होती है।
गेहूं चढ़ाने से संतान वृद्धि होती है। यह सभी अन्न भगवान को अर्पण करने के बाद गरीबों में बांट देना चाहिए।
जानिए कौन सा रस (द्रव्य) चढ़ाने से क्या फल मिलता है
बुखार होने पर भगवान शिव को जलधारा चढ़ाने से शीघ्र लाभ मिलता है। सुख व संतान की वृद्धि के लिए भी जलधारा द्वारा शिव की पूजा उत्तम बताई गई है।
नपुंसक व्यक्ति अगर शुद्ध घी से भगवान शिव का अभिषेक करे, ब्राह्मणों को भोजन कराए तथा सोमवार का व्रत करे तो उसकी समस्या का निदान संभव है।
तेज दिमाग के लिए शक्कर मिश्रित दूध भगवान शिव को चढ़ाएं।
सुगंधित तेल से भगवान शिव का अभिषेक करने पर समृद्धि में वृद्धि होती है।
शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाया जाए तो सभी आनंदों की प्राप्ति होती है।
शिव को गंगाजल चढ़ाने से भोग व मोक्ष दोनों की प्राप्ति होती है।
शहद से भगवान शिव का अभिषेक करने से राजयक्ष्मा (टीबी) रोग में आराम मिलता है।
कौन का फूल का क्या फल मिलता है
लाल व सफेद आंकड़े के फूल से भगवान शिव का पूजन करने पर भोग व मोक्ष की प्राप्ति होती है।
चमेली के फूल से पूजन करने पर वाहन सुख मिलता है।
अलसी के फूलों से शिव का पूजन करने से मनुष्य भगवान विष्णु को प्रिय होता है।
शमी पत्रों (पत्तों) से पूजन करने पर मोक्ष प्राप्त होता है।
बेला के फूल से पूजन करने पर सुंदर व सुशील पत्नी मिलती है।
जूही के फूल से शिव का पूजन करें तो घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती।
कनेर के फूलों से शिव पूजन करने से नए वस्त्र मिलते हैं।
हरसिंगार के फूलों से पूजन करने पर सुख-सम्पत्ति में वृद्धि होती है।
धतूरे के फूल से पूजन करने पर भगवान शंकर सुयोग्य पुत्र प्रदान करते हैं, जो कुल का नाम रोशन करता है।
लाल डंठलवाला धतूरा पूजन में शुभ माना गया है।
दूर्वा से पूजन करने पर आयु बढ़ती है।