आगरालीक्स … आगरा और मथुरा में यमुना से बाढ के हालात हैं, यमुना का पानी सडक पर आ गया है, कॉलोनियों से लोग पलायन करने लगे हैं। अभी यमुना का जल स्तर लगातार बढना है, इसे देखते हुए आगरा और मथुरा में अलर्ट किया गया है।
मंगलवार दोपहर में मथुरा में यमुना का पानी सड़कों तक पहुंच चुका है। यमुना खतरे के निशान से महज .37 सेंटीमीटर ही नीचे बह रही है। यमुना का का पानी नौहझील- शेरगढ़ मार्ग से आगे अड्डा मल्हान तक घुस आया है। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को प्रशासन सुरक्षित स्थानों पर भेज रहा है। खबर लिखे जाने तक यमुना का जलस्तर 166 मीटर तक पहुंच चुका था।
आगरा में बढ रहा यमुना का स्तर
आगरा में यमुना का जलस्तर सोमवार रात आठ बजे तक वाटरवर्क्स पर 491.2 फीट हो गया था, जबकि फ्लड लेबल 499 फीट है। सोमवार को ताजेवाला के डिस्चार्ज में कमी आई और कुछ घंटों के अंतराल के बाद कुछ हजार क्यूसेक पानी ही छोड़ा गया। इससे पहले रविवार को एक लाख 83 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि शनिवार को छह लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। यही पानी अब मथुरा में गोकुल बैराज पर दबाव बना रहा है। सोमवार को गोकुल बैराज से दोपहर 12 बजे 45 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके बाद भी दबाव बढ़ने पर शाम छह बजे 49 हजार क्यूसेक और रात आठ बजे 52 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इतने पानी से आगरा में यमुना का जलस्तर लो फ्लड लेबल तक पहुंचने की आशंका बनी हुई है। ये पानी 24 घंटे बाद आगरा पहुंच जाएगा। यमुना के घाटों पर बढ़ते जलस्तर से लोगों में दहशत है। कैलाश घाट पर यमुना मंदिर की ओर बढ़ रही है। वहीं बल्केश्वर घाट, पोइया घाट, हाथी घाट पर भी यमुना का रौद्र रूप देखा जा सकता है। वहीं आस-पास के गांवों में भी यमुना के बढ़ते जलस्तर से दहशत की स्थिति बन रही है।