Sunday , 20 April 2025
Home संपादकीय जाति न पूछो साधू की
संपादकीय

जाति न पूछो साधू की

yudey
आगरालीक्स एडीटर डेस्क…..
जाति न पूछो साधू की, जब आज का युवा इसी सोच को लेकर आगे बढ रहा है तब केंद्र सरकार ने धर्म आधारित जनगणना 2011 के आंकडे सार्वजनि​क किए हैं। ये आंकडे ऐसे समय पर जारी किए गए हैं जब जातिगत वोट बैंक की राजनीति वाले बडे राज्य बिहार में विधान सभा चुनाव होने जा रहे हैं। ये आंकडे बिहार के राजनीतिक समीकरण को बदल सकते हैं। एक सवाल यह भी है कि जब लोगों का धर्म बताया जा सकता है तो जाति छिपाने का क्या मतलब है, यह भी चुनावी गणित के लिए उठाया गया कदम तो नहीं है, वैसे भी बिहार के बाद उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां जातिगत वोट बैंक से ही सपा बसपा अपनी सरकार बनाती आई हैं, भाजपा के लिए धर्म के नाम पर वोट बैंक तैयार करने बडी चुनौती बना हुआ है।
आंकडों के मुताबिक, देश की आबादी 121 09 करोड है, 2001 से 2011 के बीच हिंदू आबादी 17 7 और मुस्लिम आबाजी 24 6 फीसद बढी है। ज​बकि सिखों की आबादी 0 2 और बौदृधों की 0 1 पफीसद कम हुइै है, जैन और ईसाईयों की भागेदारी में कोई बदलाव नहीं आया है।
ये आंकडे देश को किस तरपफ ले जाते हैं, इससे राजनीतिक ​गलियारों में क्या बदलाव आएगा, देश के विकास पर क्या असर पडेगा, वैश्विक स्तर पर भारत की इमेज कैसी होगी, इस तरह के तमाम सवाल हैं, जिनका जवाब आने वाले समय में ​दिखाई देगा।

 

संपादक
योगेंद्र दुबे,
agraleaks@gmail.com
( http://agraleaks.com/,आगरा, अलीगढ मंडल का न्यूज पोर्टल,)

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

टॉप न्यूज़बिगलीक्सयूपी न्यूजसंपादकीय

Due to the decision of the High Court, the reservation of 22 wards out of 100 wards of Agra Municipal Corporation has been changed, now it is in general, know the list

आगरालीक्स… आगरा नगर निगम के 22 वार्डों का हाईकोर्ट के फैसले से...

संपादकीय

Red beacon ban

आगरालीक्स… नमस्कार मित्रो, सोशल मीडिया के दौर में चंद मिनट में सोच...

संपादकीय

UP election 2017: Donkey endorse in Politics

आगरालीक्स ..नमस्कार मित्रो गधा, घोड़े की प्रजाति की एक उपजाति ‘एसिनस वर्ग’ का...

संपादकीय

Agraleaks.com: Cast your vote for better tomorrow

नमस्कार मित्रो आगरालीक्स ……..विचारधारा बदलने में सालों लगते हैं, इसके बाद भी...

error: Content is protected !!