बुधवार को आयकर विभाग की कार्रवाई ने डॉक्टरों में हड़कंप मचा दिया। दोपहर बाद दीवानी स्थित लोटस हास्पिटल में आयकर विभाग की टीम पहुंची, यहां पहले सुवीर गुप्ता बैठते थे अब उन्होंने मधुबन प्लाजा में ग्लोबल हार्ट सेंटर खोल लिया है। यहां से टीम मधुबन प्लाजा पहुंची और दस्तावेज खंगाले। इसके बाद एक टीम ने नामनेर स्थित डॉ राजेंद्र बंसल, प्रतापपुरा स्थित डॉ एससी अग्रवाल के हार्ट सेंटर और खंदारी स्थित डॉ सचिन मल्होत्रा के स्पर्श मल्होत्रा हॉस्पिटल पर सर्वे की कार्रवाई की। पूरे शहर में हास्पिटलों पर आयकर छापे की खबर फैल गई। देर रात तक कंप्यूटर, रजिस्टर, कच्चे बिल, पर्चों और मेडिकल स्टोर के रिकार्ड की जांच की जाती रही। इसके बाद पांचों डॉक्टरों ने 12 करोड सरेंडर किए हैं।
प्रमुख आयकर आयुक्त अनुराधा मिश्रा के निर्देश पर संयुक्त आयकर आयुक्त रेंज-4 वेलू सिन्हा के निर्देशन में डिप्टी कमिश्नर अमित शुक्ला और असिस्टेंट कमिश्नर राधा रानी शर्मा, सुरेंद्र कुमार ने सर्वे की कार्रवाई की। सर्वे करने वाली टीम में आयकर अधिकारी राजीव प्रसाद, नवाब सिंह, शैलेंद्र कुमार, आरके त्रिपाठी और आयकर निरीक्षक अमरीश कौशिक, दिलीप गुप्ता, संतोष केसरी, सोबरन सिंह, राजेश सिंह आदि मौजूद रहे।
कई चिकित्सक हैं निशाने पर
हर दिन लाखों रुपये की कमाई कर रहे नर्सिंगहोम पर इस माह के अंत तक कई और कार्रवाई हो सकती हैं। आयकर विभाग के पास हास्पिटलों में हर दिन के आपरेशन, मरीजों की संख्या और औसत बिल का ब्योरा तक मौजूद है। कई चिकित्सकों के परिवार में शाही शादियों ने आयकर अधिकारियों का ध्यान खींचा था। उसके बाद एडवांस टैक्स का ब्योरा देखने पर पता चला कि लाखों रुपये रोज कमाने वाले डाक्टरों ने साल भर की कमाई ही इतनी बताई है।
रीयल एस्टेट में भी डॉक्टरों का इन्वेस्टमेंट
सूत्रों की मानें तो रीयल स्टेट, ज्वेलर्स, जूता निर्यातकों के बाद हास्पिटल और स्कूलों पर आयकर विभाग की कार्रवाई होनी तय है। रीयल स्टेट के सर्वे के दौरान कई ऐसे कागजात मिले हैं, जिनमें चिकित्सकों का इन्वेस्टमेंट पाया गया है। शहर के अधिकांश रीयल स्टेट में डाक्टरों की बड़ी रकम लगी है। बीते साल के सर्वे में मिले कागजातों में भी शहर के नामी चिकित्सकों के नाम मिले थे।
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