आगरालीक्स…शरीर पर किसी तरह की गांठ या पुराने घाव को न करें नजर अंदाज. डॉ.. राहुल देव ने कहा—खतरनाक बीमारी का हो सकता है संकेत. खतरनाक बीमारी का हो सकता है संकेत, जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट में हुई पुष्टि
अगर आपके शरीर पर किसी तरह की गांठ या पुराना घाव है। रंग बदल रहा और फीवर है तो इसे नजरंदाज न करें। यह खतरनाक बीमारी का संकेत भी हो सकता है। हाल ही में एक अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है। उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक सर्जन डाॅक्टर राहुल देव शर्मा की एक रिपोर्ट एक्टा साइंटिफिक पीडियाट्रिक्स एक अंतरराष्ट्रीय, पीयर-रिव्यू ऑनलाइन जर्नल में जुलाई 2024 के अंक में प्रकाशित हुई है। यह जर्नल पीडियाट्रिक्स से संबंधित विभिन्न विषयों पर मूल शोध लेख प्रकाशित करता है।
डाॅक्टर राहुल देव बताते हैं कि 10 वर्षीय श्रेय काैशिक पुत्र मुकुल काैशिक की दाहिनी कांख में एक सिस्ट (गांठ) जैसा उभार हो गया था। इसमें दर्द होता था और लगातार बुखार रहता था। शुरुआत में इसे साधारण संक्रमण माना, लेकिन कुछ समय बाद यह तेजी से बढ़ने लगी। रंग लाल हो गया। अल्ट्रासाउंड जांच में सिस्टिक घाव की पुष्टि हुई। इसके बाद हिस्टोपैथोलॉजिकल जांच की गई, तब पता चला कि यह खतरनाक प्रकार का कैंसर है जिसका नाम एक्स्ट्रा स्केलेटल ईविंग सरकोमा है। पीईटी स्कैन की गई। चूंकि स्टेज विकसित था तुरंत सर्जरी की गई। इसके बाद कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी दी गई। उपचार के एक साल तक निगरानी की गई। अब बच्चा स्वस्थ है।
डॉ. राहुल देव शर्मा ने बताया कि किसी भी घाव या सिस्ट की हिस्टोपैथोलॉजिकल जांच बेहद जरूरी है। साधारण दिखने वाले घावों के पीछे खतरनाक बीमारी हो सकती है। इसलिए गांठ या घाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए। अच्छे चिकित्सक से परामर्श कर इसका सही निदान हो सकता है।