आगरालीक्स…ताजमहल की संगमरमरी इमारत में उगा पौधा. गार्डन में पानी भरने, गुंबद में पानी टपकने के बाद लापरवाही का एक और वीडियो वायरल. अखिलेश यादव ने भी पूछा ये सवाल
आगरा के ताजमहल की देखरेख और संरक्षण में लापरवाही का एक जीता जागता उदाहरण सामने आया है. ताजमहल की संगमरमरी मुख्य गुंबद की दीवार पर एक पौधा उग आया है. एक पर्यटक ने इसकी फोटो खींचकर सोशल मीडिरया पर अपलोड कर दी जो कि अब तेजी से वायरल हो गई है. इस लापरवाही का वीडियो शेयर करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार पर तंज करते हुए इसको लेकर सवाल पूछा है कि आखिरकार ताजमहल के रखरखाव को आने वाला करोड़ों का फंड कहा जा रहा है. इस मामले में अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने कहा कि यह पौधा 15 दिन पहले ही उगा ह, इसे हटा दिया जाएगा.
विश्वदाय स्मारक ताजमहल को देखने के लिए हर रोज हजारों पर्यटक आते हैं. ताजमहल अपनी खूबसूरती के लिए पहचाना जाता है. लेकिन बीते दिनों से ताजमहल के जो वीडियो वायरल हो रहे हैं वो इसके संरक्षण में लापरवाही का कारण बताए जा रहे हैं. बीते दिनों ताजमहल के गार्डन में पानी का वीडियो वायरल हुआ था. इसके बाद एक पर्यटक द्वारा ताजमहल के गार्डन में ही पेशाब करने का मामला भी सामने आया था लेकिन अब ताजमहल के संगमरमरी मुख्य गुंबद में एक पौधा उग आने का वीडियो वायरल हो रहा है.
इस वीडियो को लेकर टूरिज्म गिल्ड आफ आगरा के अध्यक्ष राजीव सक्सेना ने कहा कि एएसआई हर साल ती से चार करोड़ रुपये ताजमहल के संरक्षण पर खर्च करने का दावा करता है, लेकिन ऐसे वीडियो सवाल तो खड़े करते ही हैं और इससे ताजमहल की छवि भी खराब होती है.
अखिलेश यादव ने भी पूछा सवाल
इस वीडियो को वायरल करते हुए अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने अपने एक्स एकाउंट पर लिखा है कि विश्व भर के पर्यटकों को आकर्षित करनेवाले अजूबे ‘ताजमहल‘ के रख-रखाव को लेकर भाजपा सरकार व उसके सुषुप्त निष्क्रिय विभाग पूरी तरह से नाकाम हैं. मुख्य गुंबद पर लगे कलश की धातु में ज़ंग लगने की आशंका है. मुख्य गुंबद से पानी टपक रहा है. गुंबद में पेड़ उग आने का समाचार सुर्ख़ियों में है। इन जैसे पेड़ों की जड़े अगर विकसित हुईं तो ताजमहल में दरारें आ सकती हैं. ताजमहल का परिसर बंदरों के लिए अभयारण्य बन गया है. ताजमहल परिसर में जलभराव की समस्या है. पर्यटकों की परेशानी ये है कि वो ताजमहल निहारें या समस्याओं से निपटें. इन सब कारणों से दुनिया भर से आनेवाले पर्यटकों के बीच देश की छवि वैश्विक स्तर पर धूमिल होती है. सवाल ये है कि ताजमहल के रख-रखाव के लिए जो करोड़ों का फ़ंड आता है, वो कहाँ जाता है? सरकार एक जीता-जागता सक्रिय उदाहरण होना चाहिए, कोई स्मारक भर नहीं.