आगरालीक्स… आगरा में एससी एसटी एक्ट को लेकर मचे घमासान के बीच हरिजन एक्ट का मामला सामने आया है। आरएसएस से जुडे कारोबारी के खिलाफ एबीवीपी कार्यकर्ता ने मामूली विवाद के बाद हरिजन एक्ट की तहरीर दे दी। तहरीर में दो कारोबारी नामजद किए गए, इसमें से एक कारोबारी आगरा से बाहर थे। थाने पर आरएसएस के पदाधिकारी और एबीवीपी कार्यकर्ता पहुंच गए, पदाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद समझौता हो गया।
आगरा के संजय प्लेस में आरएसएस से जुडे कारोबारी शशि अग्रवाल की संजय प्लेस में स्टेशनरी की दुकान है। दुकान के बाहर उनका स्कूटर खडा हुआ था, दो युवक उस स्कूटर पर आकर बैठ गए। कुछ देर बाद कारोबारी ने युवकों से कहा कि स्कूटर का स्टैंड खराब हो जाएगा, इसलिए स्कूटर से उतर जाएं। इसे लेकर विवाद हो गया, कारोबारी का आरोप है कि युवक सिगरेट पी रहे थे। उन्होंने कारोबारी के पास जाकर मुंह पर सिगरेट का धुआं निकाला और धमकी देने लगे, इससे मामला गर्माता चला गया।
संघ और एबीवीपी कार्यकर्ता थाने पहुंचे
मामला बढने पर कारोबारी शशि अग्रव्राल थाना हरीपर्वत पहुंच गए, इसकी जानकारी होते ही संजय प्लेस के कारोबारी और संघ से जुडे हुए पदाधिकारी भी थाने पर आ गए। उधर, एबीवीपी कार्यकर्ता भी थाना हरीपर्वत पहुंच गए। थाने में भी हंगामा चलता रहा।
हरिजन एक्ट में दी तहरीर, शहर से बाहर गए कारोबारी का भी नाम
एबीवीपी कार्यकर्ता ने कारोबारी शशि अग्रवाल के खिलाफ तहरीर दी, इसमें लिखा कि कारोबारी ने नाम पूछा, इसके बाद जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। तहरीर में शशि अग्रवाल के साथ एक और कारोबारी का नाम लिखा था, वह आगरा से बाहर थे। थाने पहुंचे संजय प्लेस के कारोबारियों ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर हरिजन एक्ट की गलत तहरीर देने के आरोप लगाए। इसके बाद जांच कराई गई तो मामला स्कूटर पर बैठने को लेकर हुए विवाद का निकला। थाना हरीपर्वत इंस्पेक्टर महेश गौतम ने बताया कि हरिजन एक्ट में तहरीर दी गई थी, मामला स्कूटर पर बैठने को लेकर विवाद का था, दोनों पक्षों में समझौता हो गया।