Agra Metro will be more advanced than all other metros, enjoy the journey#agranews
आगरालीक्स…(28 July 2021 Agra News) आगरा मेट्रो देश की अन्य सभी मेट्रो से अधिक एडवांस्ड होगी. सफर में आएगा मजा. इसके भूमिगत स्टेशनों के लिए लोन देगी ये बैंक. प्रस्ताव को मिली मंजूरी….
आगरा मेट्रो के पहले यू-गर्डर की कास्टिंग का शुभारंभ
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बुधवार को बमरौली कटारा स्थित कास्टिंग यार्ड में आगरा मेट्रो के पहले यू-गर्डर की कास्टिंग का शुभारंभ किया। इस दौरान श्री कुमार केशव ने पूजा-अर्चना करने के बाद पारंपरिक तरीके से नारियल फोड़कर व फीता काटकर कास्टिंग की शुरूआत की। मीडिया से बातचीत करते हुए कुमार केशव ने कहा कि यूरोपियन इनवेस्टमेंट बैंक से भूमिगत स्टेशनों के लिए ऋण प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है।
यूपी मेट्रो के एमडी श्री कुमार केशव ने कहा कि 7 दिसंबर, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आगरा मेट्रो निर्माण परियोजना का शुभारंभ किया गया था। आगरा मेट्रो की टीम ने तेज गति के साथ परियोजना पर काम करते हुए 7 महिने में 553 पाइल, 100 पाइलकैप एवं 64 पीयर का निर्माण कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि परियोजना की शुरूआत के महज 7 महीने बाद पहले यू-गर्डर की कास्टिंग की शुरूआत आगरा मेट्रो निर्माण परियोजना की गति को खुद प्रमाणित करती है।
लोन के लिए ईआईबी से मिली मंजूरी
कुमार केशव ने कहा कि आगरा मेट्रो के भूमिगत स्टेशनों के निर्माण के लिए यूरोपियन इनवेस्टमेंट बैंक से ऋण प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है, ऐसे में जल्द ही भूमिगत स्टेशनों के लिए टेंडर प्रक्रिया को शुरू की जाएगी। प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने कहा कि आगरा मेट्रो अन्य मेट्रो सेवाओं की तुलना में अधिक एडवांस्ड होगी। बता दें कि बमरौली कटारा स्थित आगरा मेट्रो के कास्टिंग यार्ड में पहले यू-गर्डर की कास्टिंग का काम शुरू हो गया है। 28 मीटर लंबे इस यू-गर्डर का वजन लगभग 165 टन है। यह यू गर्डर पारंपरिक तौर पर प्रयोग होने वाले बॉक्स गर्डर की तुलना में ज्यादा प्रभावी एवं उपयोगी है। अंग्रेजी अक्षर ‘यू’ जैसा आकार होने के कारण इसके दोनों छोर पर अधिक जगह मिलती है, जिससे यहां आसानी से सिग्नलिंग उपकरण लगाये जा सकते हैं। इसके साथ ही यू-गर्डर के प्रयोग से न सिर्फ समय की बचत होती है बल्कि निर्माण लागत में भी कमी आती है।
नहीं होगी राहगीरों को परेशानी
प्रीकास्ट तकनीक के जरिए कास्टिंग यार्ड में यू-गर्डर का निर्माण किया जाता है। इसके बाद ट्रक के जरिए यू- गर्डर को साइट पर ले जाकर क्रेन की मदद से दो पिलर्स के बीच में रखा जाता है। इस तकनीक के जरिए निर्माण स्थल के आसपास राहगीरों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद के बीच बन रहे प्रयोरिटी सेक्शन के ऐलिवेटिड भाग में कुल 196 यू गर्डर का प्रयोग किया जाना है। बमरौली कटारा स्थित कास्टिंग यार्ड में अबतक 18 पीयरकैप एवं 17 डबल टी गर्डर बनकर तैयार हो गए हैं।
ये है आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट
गौरतलब है कि ताजनगरी आगरा में 29.4 कि.मी. लंबे दो कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें कुल 27 स्टेशन होंगे। 14 कि.मी. लंबे प्रथम कॉरिडोर का निर्माण ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच किया जा रहा है। इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 6 एलीवेटिड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे। वहीं, आगरा कैंट से कालिंदी विहार के मध्य लगभग 16 कि.मी. लंबे दूसरे कॉरिडोर में 14 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा, जिसके सभी स्टेशन ऐलीवेटिड होंगे।