Agra News : 50 % Gocast for cremation but Wood use in Tajganj Crematorium #agra
आगरालीक्स…आगरा के ताजगंज श्मशान घाट पर कंडों या गोकाष्ठ से दाह संस्कार नहीं। बल्केश्वर में गोकाष्ठ से अंत्येष्टि। अलीगढ़ सबसे अव्वल। आपकी राय…

आगरा और अलीगढ़ में सत्यमेव जयते संस्था द्वारा श्मशानघाटों पर गोकाष्ठ उपलब्ध कराया जाता है लेकिन आगरा के सबसे बड़े ताजगंज श्मशान घाट पर इसका उपयोग शुरू नहीं हुआ है, जबकि बल्केश्वर श्मशान घाट पर गोकाष्ठ का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
बल्केश्वर श्मशानघाट पर गोकाष्ठ की आपूर्ति
सत्येमव जयते संस्था के अध्यक्ष मुकेश जैन ने आगरालीक्स को बताया कि सत्यमेव जयते संस्था द्वारा श्मशान घाटों को गोकाष्ठ उपलब्ध कराया जाता है, जो संस्था द्वारा और आगरा जिला जेल से लिया जाता है। आगरा में अभी सिर्फ बल्केश्वर श्मशान घाट के लिए गोकाष्ठ जा रहा है।
ताजगंज श्मशानघाट के लिए गोकाष्ठ की अभी मांग नहीं की गई है। ताजगंज श्मशान घाट आगरा का सबसे बड़ा अंत्येष्टि होने से गोकाष्ठ की खपत ज्यादा हो सकेगी।
गोकाष्ठ व कंडों की मांग अलीगढ़ में ज्यादा
उन्होंने बताया कि गोकाष्ठ और कंडों की सबसे ज्यादा मांग अलीगढ़ में है, जहां सत्यमेव संस्था द्वारा काफी बड़ी मात्रा में इसकी आपूर्ति की जाती है।
लकड़ी से सस्ता पड़ता है गोकाष्ठ
इसके बाद बल्केश्वर श्मशानघाट में उपलब्ध कराया जाता है। गोकाष्ठ लकड़ी की अपेक्षा सस्ता भी पड़ता है। गोकाष्ठ छह रुपये किलो के लगभग है, जबकि लकड़ी सात रुपये किलो के बराबर पड़ती है।
ताजगंज में गोकाष्ठ से अंत्येष्टि कराने पर अभी कोई विचार नहीः श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी
ताजगंज श्मशान घाट पर लकड़ी की जगह गोकाष्ठ से अंतिम संस्कार को बढ़ावा देने के संदर्भ में श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी के
एनजीटी का आदेश भी आ रहा आड़े
पदाधिकारियों से संपर्क किया गया। इस संबंध में क्षेत्र बजाजा कमेटी के उपाध्यक्ष अनिल कुमार अग्रवाल ने आगरालीक्स को बताया कि ताजगंज श्मशानघाट पर गोकाष्ठ या कंडों से अंत्येष्टि कराने का अभी कोई विचार नहीं है क्योंकि इसमें कई चीजें आड़े आ रही हैं। सबसे पहले एनजीटी का रोक का आदेश है। गोकाष्ठ को लेकर जो आदेश आया है वह अन्य स्थानों के लिए ज्यादा प्रभावी है।
गोकाष्ठ की वेस्टेज काफी होती है
दूसरे गोकाष्ठ से काफी वेस्ट जाती है, जिससे इसका उपयोग संभव नहीं है।
आम सभा की बैठक में लिए जाते हैं फैसले
उन्होंने बताया कि श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी द्वारा यदि कोई निर्णय भी लिया जाता है तो संस्था की आम सभा की बैठक में लिया जाता है। अभी इसके लिए कोई बैठक नहीं बुलाई गई है।
सीएम ने दिए हैं श्मशान घाटों पर हो 50 फीसदी कंडों के इस्तेमाल के निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विगत दिनों आयोजित एक हाई लेवल बैठक में अंत्येष्टि स्थल या श्मशान घाट पर उपयोग की जाने वाली कुल लकड़ी में 50 फीसदी गोवंश उपले, कंडे या गोकाष्ठ का इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने कहा कि यह कंडे निराश्रित गोवंश स्थल से उपलब्ध कराया जाएगा। बकौल सीएम इससे होने वाली आय उस गोवंश स्थल के प्रबंधन में उपयोग हो सकेगी।