आगरालीक्स…आगरा नगर निगम को मिले 50 करोड़ रुपये के म्युनिसिपल बॉण्ड. कैबिनेट बैठक में मिली मंजूरी. इससे चार लगह सोलर संयत्र लगेंगे तो वर्किंग वूमेंस- गर्ल्स हॉस्टल बनेगा
प्रयागराज महाकुंभ में हुई कैबिनेट की बैठक में आज बुधवार को आगरा नगर निगम के लिए 50 करोड़ रुपये के म्युनिसिपल बॉण्ड के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। इस बॉण्ड के जरिये विकास कार्यों के लिए बाजार से पैसा जुटाया जाएगा। बॉण्ड प्रस्ताव की मंजूरी के बाद चार जगह पर सोलर संयंत्र की स्थापना, जोनल ऑफिस ताजगंज में को- वर्किंग स्पेस एंड रीक्रियेशन और सिटीजन फैसीलिटेशन सेंटर के अलावा लोहामंडी जोन में वर्किंग वूमेंस- गर्ल्स हॉस्टल के निर्माण का कार्य कराया जाएगा। हालांकि इन तीनों कार्यों को शासन से पूर्व में ही स्वीकृति मिल चुकी है। सितंबर 2023 में नगर निगम सदन की बैठक में 50 करोड़ के म्युनिसिपल बॉण्ड के जरिये परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गयी थी।
बॉण्ड से प्राप्त होने वाली राशि से टेढ़ी बगिया स्थित कान्हा गौशाला पर 2.0 मेगावाट,जलकल विभाग कार्यालय जीवनी मंडी और जलकल के सिकंदरा स्थित कार्यालय पर 750-750 किलोवाट और छलेसर स्थित एमएसडब्लू प्लांट पर 4.0 मेगावाट का सोलर संयंत्र स्थापित कराया जाएगा। कुल 7.5 मेगावाट के सोलर संयंत्र लगाये जाने पर अनुमानित 3634.40 लाख रुपये की लागत आयेगी। नगर निगम का अपना सोलर संयंत्र होने के बाद जहां निगम को आय होगी वहीं बिजली का बिल भी कम होगा। टोरंट पॉवर पर भी निर्भरता कम होगी और पाल्यूशन कम होगा। कार्बन क्रेडिट भी जनरेट होंगे। फतेहाबाद रोड पर मुगल पुलिया के पास ताजगंज जोनल कार्यालय पर को – वर्किंग स्पेस एंड रीक्रियेशन और सिटीजन फैसीलिटेशन सेंटर निर्माण कराया जाएगा। इस पर अनुमानित 20.68 करोड़ की लागत आएगी।
पांच मंजिला इमारत में बेसमेंट में पार्किंग, भूतल पर कामर्शियल कॉम्पलैक्स, प्रथम तल पर रेस्टोरेंट, आफिस स्पेस, द्वितीय तल पर को वर्किंग स्पेस,तृतिय तल जोनल ऑफिस, चतुर्थ तल पर मल्टीपर्पज कांफेंस हाल के छत पर रुफ टॉप रेस्टारेंट बनाया जाना प्रस्तावित है। लोहामंडी जोन के अंतर्गत पुराने लोहामंडी जोनल कार्यालय पर वर्किंग वूमेन-गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण कराया जाएगा। इस पर 13.45 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आयेगी। वर्तमान समय में नगर निगम में वर्किंग वूमेंस हॉस्टल नहीं है।
वर्तमान में यहां की बिल्डिंग अत्यंत पुरानी और जर्जर अवस्था में है जिसे तोड़कर वहां पर वर्किंग वूमेंस हॉस्टल का निर्माण कराया जाना है। इस हॉस्टल की कुल कैपेसिटी 128 बैड की होगी। इस योजना पर 6.00 करोड की राशि म्युनिसिपल बॉण्ड द्वारा वित पोषित किया जाना प्रस्तावित है जबकि 7.45 करोड़ की राशिनगर निगम आंतरिक स्त्रोतों, पीपीपी मोड अथवा शासन द्वारा स्वीकृत स्कीम के अन्तर्गत प्राप्त धनराशि से वहन करेगा। मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह और नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने सरकार द्वारा म्युनिसिपल बॉण्ड को मंजूरी देने पर आभार जताते हुए शहरवासियों को बधाई दी है।
खनउ और गाजियाबाद जारी कर चुका है इस प्रकार के बॉण्ड
प्रदेश में लखनउ और गाजियाबाद इस प्रकार के बॉण्ड जारी करके परियोजनाओं के लिए धन जुटा चुका है। आगरा नगर निगम प्रदेश का तीसरा ऐसा नगर निगम है जो अब इसे जारी करने जा रहा है। इससे वित्तीय अनुशासन के साथ साथ फिजूलखर्ची पर भी अंकुश लगेगा।
म्युनिसिपल बॉण्ड जारी करने के लिए नियम
म्युनिसिपल बॉण्ड जारी करने के लिए सेवी के नियमों का पालन करने के साथ बॉण्ड जारी करने से पूर्व नगर निगम को क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों से रेटिंग प्राप्त करनी होगी और बीएसई पर सूचीबद्ध कराना होगा।
इस बॉण्ड के लाभ
यह निवेशकों अच्छा रिर्टन प्रदान करता है। लंबी अवधि के लिए विकास परियोजनाओं के लिए धन जुटाने का एक स्थाई तरीका है। इसके अलावा म्युनिसिपल बॉण्ड की क्रेडिट रेटिंग के आधार परर निवेशक उनकी गुणवत्ता का आकलन कर सकते हैं। उच्च रेटिंग वाले बॉण्डस में डिफॉल्ट जोखिम कम होता है। इसमें सरकार की भी सीधे जवाबदेही होती है।
म्यूनिसिपल बॉण्ड के प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद नगर निगम लोगों के लिए मूलभूत सुविधाओं का और विस्तार कर सकेगा। इस कार्य में दो माह का समय लगने की संभवना है हालांकि हमारी कोशिश रहेगी कि ये बॉण्ड इसी वित्तीय वर्ष में जारी हो जाएं
अंकित खंडेलवाल
नगर आयुक्त
नगर निगम
सबसे पहले उत्तर प्रदेश सरकार को कोटि-कोटि धन्यवाद जिन्होंने आगरा नगर निगम को पचास करोड रुपये के म्युनिसिपल बॉण्ड्स को मंजूरी दी है। इससे शहर के विभिन्न विकास कार्यो को पंख लगेंगे और शहर वासियों को लाभ होगा।
हेमलता दिवाकर कुशवाह
महापौर आगरा