Agra News: Amrita D Bang receives Shri Gurudev Singh Memorial Young Scientist Award 2022…#agranews
आगरालीक्स…आगरा में अमृता डी बांग को मिला श्री गुरुदेव सिंह मेमोरियल डॉ. रंजीत कुमार युवा वैज्ञानिक पुरस्कार 2022. ब्रेथ एनालाइजर के डेवलपमेंट के लिए मिला यह सम्मान
भारतीय रसायनज्ञ परिषद, आगरा ने अपने 41वें वार्षिक सम्मेलन का आयोजन डॉ. भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के रसायन विज्ञान विभाग में 27 से 29 दिसंबर तक आयोजित किया. एनवायरमेंटल एंड एनालिटिकल केमेस्ट्री के अनुभाग में सम्मेलन के दौरान पर्यावरण के क्षेत्र में विशिष्ट शोध तथा प्रस्तुतीकरण के लिए अमृता डी बांग को 2022 का श्री गुरुदेव सिंह मेमोरियल डॉ. रंजीत कुमार युवा वैज्ञानिक आईसीसी पुरस्कार दिया गया. अमृता डी बांग सेंटर फॉर मैटेरियल्स फॉर इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजी, पुणे में नैनोमेटेरियल्स लैब में शोध की छात्रा है. अमृता को यह पुरस्कार ब्रेथ एनालाइजर के डेवलपमेंट के लिए दिया गया है. इस एनालाइजर की सहायता से स्वसन पैटर्न तथा सांस में वोलेटाइल ऑर्गेनिक कार्बन को डिटेक्ट किया जा सकता है. यह शोध वातावरण में पाए जाने वाले प्रदूषण व उससे होने वाले हानी का पता लगाने में मदद कर सकता है. इससे मनुष्य के स्वास्थ्य की स्थिति जानने तथा बचाव में मदद मिल सकती है.
इंडियन काउंसिल ऑफ केमिस्ट प्रतिवर्ष युवा शोधकर्ता को आईसीसी के सम्मेलन में एनवायरमेंटल एंड एनालिटिकल केमेस्ट्री के सेक्शन में उत्कृष्ट शोध प्रस्तुतीकरण के लिए श्री गुरुदेव सिंह मेमोरियल पुरस्कार देता है. यह पुरस्कार युवा शोधार्थी को पर्यावरण के क्षेत्र में शोध करने के लिए उत्साहित करता है. दयालबाग शिक्षण संस्थान के डॉ रंजीत कुमार ने बताया कि यह पुरस्कार श्री गुरुदेव सिंह की स्मृति में दिया जाता है. इस पुरस्कार में ₹1000, सर्टिफिकेट तथा स्मृति चिन्ह प्रदान किए जाते हैं.
2022 का पुरस्कार कुलपति प्रो. आशु रानी, कुलसचिव डॉक्टर विनोद तथा इंडियन काउंसिल ऑफ केमिस्ट के अध्यक्ष प्रोफेसर जीसी सक्सेना के द्वारा आगरा विश्वविद्यालय के जेपी सभागार में आयोजित समापन समारोह के अवसर पर प्रदान किया गया. उन्होंने कहा कि श्री गुरुदेव सिंह बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के राजकीय राधास्वामी मध्य विद्यालय, मेंहसी में अपना संपूर्ण काल प्रधानाचार्य के रूप में व्यतीत किए. श्री गुरुदेव सिंह तिरहुत मंडल के गणित तथा विज्ञान के प्रसिद्ध शिक्षक थे तथा सांख्यिकी के लिए योगदान के लिए राष्ट्रपति द्वारा दो बार उनको मेडल भी मिले थे. डा रंजीत कुमार ने शोधार्थी के पर्यावरण के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए भूरी भूरी प्रशंसा की तथा उज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दिए.