आगरालीक्स….Agra News : मेडिकल रिसर्च सही दिशा में होनी चाहिए। इसके कई पहलू हैं इन पर चर्चा की गई। ( Agra News : Bioethics in Medical Research#Agra)
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में पिछले दिनों बायोमेडिकल और स्वास्थ्य अनुसंधान में बेयोएथिक्स के महत्व पर कार्यशाला आयोजित की गई। एसएन के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि मेडिकल रिसर्च यदि नैतिक मूल्यों के सिद्धांतों के अनुरूप किया जाए तो ये बायोमेडिकल और स्वास्थ्य अनुसंधान में शामिल मानव प्रतिभागियों की गरिमा, अधिकार, सुरक्षा और कल्याण की रक्षा सुनिश्चित करते हैं। इस तरह का आयोजन प्रथम बार किया गया है जिसमें लगभग 130 पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल छात्रों और संकायों ने अति उत्साह से प्रतिभाग किया । यह आयोजन चिकित्सा अनुसंधान में नैतिक सिद्धांतों के बारे में जागरूकता और समझ को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आईसीएमआर- जलमा आगरा के वैज्ञानिक-एफ एवं उप निदेशक डॉ राजकमल ने स्वास्थ्य अनुसंधानों में सूचित सहमति प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कंसेंट ( सहमति) प्रपत्र की एक प्रति अनुसंधान में शामिल प्रतिभागियों को उपलब्ध करना अन्वेषक का दायित्व होता है। डॉ रुचिका गुप्ता, वैज्ञानिक ई एवं समन्वयक, साइटोपैथोलॉजी प्रभाग आईसीएमआर-एनआईसीपीआर, नोएडा ने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ( CDSCO ) द्वारा निर्गत गुड क्लिनिकल प्रैक्टिस दिशा निर्देशों पर व्याख्यान देते हुए कहा कि दिशानिर्देशों के अनुसार अनुसंधान में व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के साथ, प्रतिभागी की गोपनीयता बनाए रखी जानी चाहिए।