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Agra News : CBI team camp for three days in Dr BR Aambedkar Univ. Agra in Former Officiating VC Prof. Vinay Pathak #agra
आगरालीक्स …आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में पूर्व कार्यवाहक कुलपति प्रो. विनय पाठक पर दर्ज किए गए मामले में सीबीआई ने खंगाले रिकॉर्ड, खरीद फरोख्त और भुगतान के दस्तावेजों की जांच, विश्वविद्यालय में तीन दिन तक रही सीबीआई की दो सदस्यीय टीम। ( CBI Team in Dr BR Aambedkar University Agra )
विश्वविद्यालय में जनवरी 2022 में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानुपर के कुलपति प्रो. विनय पाठक को आंबेडकर विश्वविद्यालय का कार्यवाहक कुलपति बनाया गया था, वे सितंबर 2022 तक विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति रहे थे। उन पर पिछले साल 2023 में सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया था। सीबीआई ने आईपीसी की धारा 386, 342, 504, 506, 409, 420, 467, 468 और 120बी के तहत एफआईआर की थी। मुकदमा दर्ज करने के बाद पहली बार सीबीआई की दो सदस्यीय टीम विवि में पहुंची। विवि के खंदारी परिसर स्थित अतिथि गृह में बुधवार और गुरुवार को दर्जनों अधिकारी, शिक्षक और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए।
सभी से पूर्व कार्यवाहर कुलपति प्रो. विनय पाठक के कार्यकाल के दौरान हुए कार्यों से जुड़े सवाल पूछे गए। इसके साथ ही विवि के वित्त सहित अन्य विभागों से दस्तावेज मांगे गए। सीबीआई की जांच का खौफ ऐसा था कि विवि में बुधवार को आधी रात तक वित्त विभाग में कर्मचारी दस्तावेज जुटाते रहे। इसके बाद बड़ी संख्या में में दस्तावेज और प्रो. पाठक के कार्यकाल से जुड़ी खरीद-फरोख्त, भुगतान से जुड़े बिल और रिकार्ड सीबीआई की टीम को सौंपे गए। रिकार्ड हाथ में आने के बाद सीबीआई की टीम ने फिर से पूछताछ की। गुरुवार को दोपहर बाद तक टीम विवि में पूछताछ करती रही। सीबीआई की टीम के विवि में होने के चलते अधिकारियों के रात तक फोन बंद रहे।
एजेंसी ने कमीशन लेने के आरोप में दर्ज कराया था मुकदमा
अक्तूबर 2022 डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि की एजेंसी डिजिटेक्स के मालिक डेविड मारियो ने प्रो. विनय पाठक पर बिलों के भुगतान के लिए 1.4 करोड़ रुपए कमीशन लेने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करायी थी। लखनऊ में एफआईआर दर्ज होने के तुरंत बाद मामला एसटीफ को सौंप दिया गया। एसटीएफ की ओर से जांच के दौरान दावा किया गया कि आगरा विश्वविद्यालय में कई सबूतों से छेड़छाड़ मिली। इसके बाद एसटीएफ कडियों को जोड़ती रही। हालांकि प्रो. विनय पाठक से पूछताछ नहीं कर सकी। इसी बीच प्रदेश सरकार ने जनवरी 2023 में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय पाठक के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इसके बाद सीबीआई ने जनवरी 2023 में ही केस को दर्ज कर लिया था।