Agra News: Courier agents were changing the goods being sent to customers. Goods worth Rs 30 lakh seized. Three arrested…#agranews
आगरालीक्स…आगरा में पकड़ा आनलाइन शॉपिंग में बड़ा घोटाला. कस्टमर्स को भेजे जाने वाले सामान को बदल रहे थे कोरियर एजेंट. 30 लाख का माल पकड़ा. तीन गिरफ्तार…
आनलाइन शॉपिंग आज का जमाना है. लोग एक क्लिक पर आनलाइन शॉपिंग साइट पर जाते हैं और अपनी पसंद की चीज बुक कर लेते हैं. इसके बार कोरियर एजेंटों के जरिए कस्टमर्स के पास इन चीजों को भेजा जाता है लेकिन आगरा में कस्टमर्स के पास भेजे जाने वाले माल में हेराफेरी की जा रही थी. एमॉजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों से बुक किए गए सामान को कोरियर एजेंटों द्वारा बदला जा रहा था. लगातार आ रही शिकायतों के बाद जांच की गई तो तीन कोरियर एजेंट अरेस्ट किए गए हैं. एक गोदाम से जूते के करीब चार हजार बैग बरामद किए गए हैं. इस बरामद माल की कीमत 30 लाख रुपये बताई गई है.
ये है मामला
लगातार मिल रही शिकायतों के बाद पुलिस ने जांच की तो इसका खुलासा हुआ. पुलिस ने शास्त्रीपुरम में एक अवैध गोदाम को पकड़ा है. यहां छापा मारा गया तो कंपनियों के कोरियर एजेंट ही हेराफेरी करते हुए मिले. इन लोगों ने एक घर में गोदाम बना रखा था और गोदाम में ग्राहकों को पहुंचाने वाले सामान को बदल दिया जाता था. ये लोग पिछले एक महीने से इस हेराफेरी को अंजाम दे रहे थे. फेस्टिव सीजन होने के इस समय आनलाइन शॉपिंग जमकर की जा रही है. लेकिन जब ग्राहकों की ओर से लगातार शिकायतों कंपनियों तक पहुंची तो कंपनी की ओर से छानबीन की गई जिसके बाद पुलिस को सााि लेकर शासत्रीपुरम में बने अवैध गोदाम में छापा मारा गया. पुलिस ने गोदाम से चार हजार जूतों से भरे दर्जनों बैग बरामद किए हैं.
पुलिस के अनुसार रोहिल अग्रवाल की सिकंदरा यूपीएसआईडीसी में रोहिल पोलिमर्स ई कॉमर्स की कंपनी है. वे आनलाइन प्लेटफार्म के जरिए अपना कारोबार करते हैं. ग्राहक फ्लिपकार्ट और मित्रा आदि के माध्यम से उनकी कंपनी के शू की डिमांड करते हैं. इन्हें वे ई—कार्ट कोरियर कंपनी के माध्यम से ग्राहक को डिलीवरी करते थे. करीब 30 दिन से उनके पास लगातार शिकायतें आ रही थी कि जो माल भेजा जा रहा है, वह गलत है और पूर्व में उपयोग किया गया है.
पुलिस जांच में सामने आया है कि कोरियर कंपनी के एजेंट डिलीवरी कंपनी से उनके शूज लेकर आते थे लेकिन इसके बाद वो गोदाम में पहुंचकर कंपनियों के डिब्बों में खराब या पुराने जूते भरकर ग्राहकों को डिलीवर कर देते थे. एजेंटों ने इस खेल में लाखों की कमाई कर ली थी.