आगरालीक्स…आगरा के बेसिक स्कूलों में बच्चों के नामांकन हुए कम. डीएम हुए नाराज. दिए ये आदेश. दिव्यांग बच्चों के लिए होंगे ये विशेष प्रयास
आज जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में दिव्यांग छात्रों के नामांकन एवं उन्हें प्रदत्त होने वाली सुविधाओं तथा बेसिक शिक्षा विभाग की विकास भवन सभागार में समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि शैक्षिक सत्र 2022-23 में कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक दिव्यांग छात्रों के नामांकित संख्या व सत्र 2023-24 में हुए नामांकन का ब्योरा दिया, जिलाधिकारी ने पिछले सत्र की अपेक्षा कम नामांकन,दिव्यांग छात्रों के नामांकित संख्या में गिरावट आने पर नाराजगी जताई। उन्होंने निर्देश दिए कि इसी माह में अभियान चला कर सभी दिव्यांग छात्रों का नामांकन सुनिश्चित कराया जाए। तत्पश्चात उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
यू डाइस के अनुसार कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के नामांकित दिव्यांग छात्रों की संख्या को लेकर शैक्षिक सत्र 2022-23 और 2023-24 के बीच समीक्षा की गई तो लगभग प्रत्येक कक्ष से अगली कक्षा में प्रमोट होने वाले दिव्यांग छात्रों के नामांकन में गिरावट देखी गयी। जिलाधिकारी ने इसका कारण स्पष्ट करने के साथ ही इसकी विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।कक्षा- 8 से कक्षा- 9 में प्रमोट होने वाले सभी शत प्रतिशत दिव्यांग छात्रों का नामांकन कराने, फेल और पास होने वाले सभी दिव्यांग छात्रों का रिकॉर्ड तैयार करने के निर्देश दिए।
समेकित शिक्षा के अंतर्गत दिव्यांग बच्चों हेतु प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों में संचालित की जाने वाली विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनपद में जितने भी दिव्यांग छात्र नामांकित है,उनमें पात्रता अनुसार दिव्यांग प्रमाण पत्र, दिव्यांग उपकरण आदि उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें।बैठक में जिलाधिकारी ने दिव्यांग बच्चों के ड्रॉप आउट पर गंभीर चिंता जताई, जनपद में कक्षा- 4 में हुए दिव्यांग बच्चों के नामांकन,कक्षा- 8 तक एक तिहाई ही रह गए।
जिलाधिकारी ने कारण पूछने पर बताया गया कि जूनियर स्कूल की अधिक दूरी तथा अभिभावकों में जागरूकता का अभाव व रुचि न लेना दिव्यांग बच्चों के ड्रॉप आउट के प्रमुख कारण हैं। जिलाधिकारी ने ड्रॉप आउट बच्चों का डाटा तलब किया जिसमें पाया गया कि मंडल के अन्य जनपदों की तुलना में कक्षा-4 से कक्षा-5 में ड्रॉप आउट जनपद आगरा में अधिक है, इस स्थिति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा सभी बीईओ को कक्षा-1 से दिव्यांग बच्चों को चिह्नित करने, दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाने, सभी को एनरोलमेंट करने,ब्लॉकवार दिव्यांगों बच्चों की कक्षा-8 तक की सूची तैयार करने, ऐसे सभी दिव्यांग बच्चे जिनके दिव्यांग सर्टिफिकेट नहीं बने है उनकी सूची तैयार करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को डीआईओएस से समन्वय कर सभी कक्षा- 8 के बच्चों की सूची उपलब्ध कराने तथा शतप्रतिशत माध्यमिक शिक्षा हेतु पंजीकृत कराने के निर्देश दिए।
गंभीर दिव्यांग बच्चे जो अपनी स्कूलिंग नहीं कर सकते उनके लिए दिव्यांगों हेतु बने बोर्डिंग स्कूल का पता कर वहां एनरोलमेंट कराने के लिए विशेष प्रयास करने को जिला दिव्यांगजन शसक्तीकरण अधिकारी तथा बीएसए को निर्देशित किया। बैठक में जिलाधिकारी ने दिव्यांग बच्चों को मिलने बाली स्कॉलरशिप की समीक्षा की, कितने दिव्यांग बच्चों को छात्रवृत्ति मिल रही है, किसको नहीं मिल रही, इस पर बताया गया कि बिना दिव्यांग सर्टिफिकेट के शतप्रतिशत बच्चों को स्कॉलरशिप नहीं मिल सकती, जिलाधिकारी ने ऐसे सभी बच्चे जिनके दिव्यांग सर्टिफिकेट नहीं बने हैं उन्हें चिह्नित कर सर्टिफिकेट बनाया जाना सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश दिए।
बैठक में नवीन सत्र में बेसिक शिक्षा विभाग में हुए बच्चों के नामांकन की समीक्षा की, जिसमें विगत वर्ष के सापेक्ष हुए कम नामांकन पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा लक्ष्य के सापेक्ष नामांकन करने, संबंधित की व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय करने के कड़े निर्देश दिए।ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत विद्यालयों की बॉउंड्रीबाल, विद्युत कनेक्सन, फर्नीचर आदि के 19 पैरामीटर पूर्ण करने के निर्देश दिए, जिलाधिकारी ने सभी स्कूलों के बकाया विद्युत बिल को 10 दिन में जमा कराए जाने हेतु डीपीआरओ को निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने जिन स्कूलों में बच्चों के बैठने हेतु फर्नीचर की कमी है उसकी सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
बैठक में बेसिक स्कूलों के निरीक्षण हेतु जिले के अधिकारियों हेतु बने रोस्टर के अनुसार निरीक्षण न कराने पर बीएसए से नाराजगी व्यक्त की तथा नियमित निरीक्षण कराने को निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत मध्यान्ह भोजन,निपुण तथा बच्चों की उपस्थित की समीक्षा की, जिसमें बताया गया कि 65.75 प्रतिशत उपस्थिति है, जिलाधिकारी ने बच्चों की 35 प्रतिशत अनुपस्थिति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की सुधार लाने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि जनपद में जल्द ही चिह्नित विभिन्न ब्लॉक के विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन सामाजिक संस्था अक्षयपात्र द्वारा वितरित किए जाने हेतु भी कार्य प्रगति पर है। बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अवगत कराया कि विद्यालयों में अध्ययनरत दिव्यांग बच्चों को उन्हें उपलब्ध कराये गये सहायता / उपकरण तथा शिक्षा की गुणवत्ता हेतु जनपद में प्रत्येक विकास खण्ड में एक कैम्प कुल 16 मेडिकल एसेसमेंट कैम्प का आयोजन कर 319 दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित करने हेतु दिव्यांगता प्रमाण-पत्र बनवाया गया। प्रत्येक विकास खण्ड में 03-03 कैम्प लगाकर दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित करने हेतु उनके अभिभावकों की काउन्सिलिंग की गयी। दिव्यांग बच्चों को उपस्कर एवं उपकरण उपलब्ध कराने हेतु 02 मापन कैम्प एवं 02 वितरण कैम्प का आयोजन कर कुल 208 दिव्यांग बच्चों को उपकरण उपलब्ध कराये गये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी श्री सतीश कुमार,बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री जितेंद्र कुमार गोंड, जिला दिव्यांगजन शसक्तीकरण अधिकारी सिद्धांत शर्मा,सहित बेसिक, माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।