आगरालीक्स (17th October 2021 Agra news)… ताजमहल के साये में गूंजा ऊं अर्हं नमः. जैन मुनि संग बड़ी संख्या में लोगों ने किया योग.
भारतीय जैन प्राचीन योग और ध्यान की मुद्राएं कराईं
आगरा दिगंबर जैन परिषद की ओर से रविवार को ताजमहल के साये में ताज खेमा टीले पर योग कार्यक्रम हुआ। बड़ी संख्या में लोगों ने जैन मुनि के साथ ऊं अर्हं नमः का एक साथ उच्चारण किया तो मानो वातावरण में अलग ही आनंद महसूस हुआ। अर्हं मुनि प्रणम्य सागर व चन्द्र सागर महाराज ने अर्हं ऐ ताज नाम से भारतीय जैन प्राचीन योग और ध्यान की मुद्राएं कराईं। ऊं अर्हं नमः का उच्चारण कराया।
मुनि प्रण्म्य सागर ने कहा कि अर्हं योग मन और तन दोनों को स्वस्थ रखता है। हर सुबह हर व्यक्ति को इन मुद्राओं को अवश्य करना चाहिए। अर्हं ध्यान योग पांच मुद्राओं पर निर्भर है। इसमें योग कम ध्यान ज्यादा है। शरीर में चक्रों को सक्रिय करके रोगों को दूर व मानसिक रूप से व्यक्ति को मजबूत बनाने की प्रक्रिया है। यह सिर्फ शारीरिक क्रियाओं का योग नहीं, इस योग के जरिए हम अपनी चेतना की शक्ति को महसूस कर सकते हैं। अपनी चेतना की शक्ति से अपने मस्तिष्क को व्यवस्थित और रोगों को दूर कर सकते हैं।
ये रहे मौजूद
प्रदीप जैन, जगदीश प्रसाद जैन, सुनील जैन, नीरज जैन, निर्मल मोठ्या, राकेश जैन, राजेन्द्र जैन, मनीष जैन, विमल जैन, पन्नालाल बैनाड़ा, हीरालाल जैन आदि। दीपक जैन, शशी पाटनी, संस्कृति, ख्याती भी मौजूद रहीं। संचालन मुख्य संयोजक मनोज कुमार जैन बाकलीवाल ने किया।