Agra News: Only awareness can save people from cybercrime, know the some tips…#agranews
आगरालीक्स…आगरा में साइबर क्राइम से बचा सकते हैं ये उपाय. डेटा हैकिंग, फिशिंग मेल, ओटीपी फ्रॉड, मोबाइलज फ्रॉड और सेक्सटॉर्शन के शिकार होने से बचें और करें यहां शिकायत
“साइबर क्राइम और उसकी रोकथाम” पर हुआ सेमिनार
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान संस्थान में आज दिनांक 25 जनवरी को G-20 समिट 2023 के अंतर्गत “साइबर क्राइम और उसकी रोकथाम” विषय पर एक सेमिनार का आयोजन कुलपति प्रो. आशु रानी के निर्देशन में गृह विज्ञान संस्थान की निदेशिका प्रो. अचला गक्खर द्वारा किया गया। कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता डा. आलोक वर्मा (डीन एंड हेड, इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज ऐंड रिसर्च, जी एल ए युनिवर्सिटी, मथुरा) ने छात्राओं को बताया कि साइबर क्राइम ऐसी क्रिमिनल एक्टिविटी है जिसमें कंप्यूटर, नेटवर्क डिवाइस या नेटवर्क के जरिए ठगी की जाती है. साइबर अपराधी इसके जरिए आपकी निजी जानकारी से लेकर पैसे तक उड़ा ले जाते हैं.
डेटा हैकिंग, फिशिंग मेल, ओटीपी फ्रॉड और मोबाइल फ्रॉड, सेक्सटॉर्शन जैसे तमाम अपराध हैं जिन्हें साइबर अपराधी अंजाम देते हैं। साइबर क्राइम के शिकार व्यक्ति साइबर क्राइम की वेबसाइट cybercrime.gov.in पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा साइबर क्राइम के हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

साइबर क्राइम से खुद को कैसे बचाएं के कुछ स्पेशल टिप्स:
-सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट रखें.
-एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें और इसे अपडेट रखें.
-मजबूत पासवर्ड का प्रयोग करें.
-स्पैम ईमेल में कभी भी अटैचमेंट न खोलें.
-अपने बैंक स्टेटमेंट पर नजर रखें.
-इस बात का ध्यान रखें कि आप किन वेबसाइट URL पर जाते हैं.
-संदिग्ध अनुरोधों के बारे में सीधे कंपनियों से संपर्क करें.
- ओ टी पी शेयर ना करें.
- कार्ड का cvv नंबर शेयर ना करें.
कार्यक्रम का सफल आयोजन करने में मिस जिगिशा अग्रवाल (कोऑर्डिनेटर एकेडमिक इनिशिएटिव, जी एल ए युनिवर्सिटी, मथुरा) की अहम भूमिका रही। प्रो. आशु रानी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि नारी सशक्तिकरण के लिए नारी को प्रत्येक क्षेत्र की जानकारी होनी आवश्यक है, इसीलिए साइबर क्राइम मुद्दे पर महिलाओं का जागरूक होना अत्यंत आवश्यक है। जिससे कि उनके साथ कोई दुर्व्यवहार ना कर सके और नारी स्वयं को सशक्त महसूस कर सके। साथ ही उन्होंने सभी छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ज़िंदगी में जो काम सबसे मुश्किल लगे उसे निडर होकर और उसकी पूरी उचित जानकारी लेकर सबसे पहले करें और सीखें, जिससे आपकी हर मुश्किल राह आसान हो जाये। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. रश्मि शर्मा और शिक्षिका प्रिया यादव का विशेष सहयोग रहा। सफल संचालन छात्रा श्रीजी द्वारा किया गया। प्रो. अर्चना सिंह, श्रीमती संघमित्रा गौतम, डॉ. रश्मि शर्मा, डॉ. ममता सारस्वत, डॉ. नेहा सक्सैना, डॉ. दीप्ति सिंह, मिस नेहा चतुर्वेदी और मिस प्रिया यादव उपस्थित रहीं।