आगरालीक्स…अजब—गजब आगरा, जिन खम्भों पर फैंसी लाइटें जगमगा रही हैं उन्हीं पर स्ट्रीट लाइटें खराब हैं, इससे सड़कों पर अंधेरा छाया है, यह व्यवस्था लोगों की समझ नहीं आ रही है
आगरा की सड़कों पर निकलो तो अजब नजारे मिल ही जाते हैं। फिलहाल नगर निगम की एक व्यवस्था चर्चा का विषय बन गई है। जिन खम्भों पर फैंसी लाइटें लगाई गई हैं उन पर स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। जरूरत स्ट्रीट लाइट की अधिक है, क्योंकि इनकी रोशनी तेज होती है। इनके जलने पर ही लोग आसानी से गाड़ी चला पाते हैं क्योंकि अंधेरा होने पर गड्ढे नजर नहीं आते। कई बार यह दुर्घटना का कारण बन जाता है। वहीं दूसरी ओर जो फैंसी लाइट जल रही हैं वो सिर्फ दिखावटी हैं। इनसे रोशनी नहीं होती। विभाग खुद तो ध्यान देता नहीं। लोग शिकायत करें तो भी कार्रवाई नहीं होती।
आगरा में सड़कों पर लगीं नियॉन की तितलियों पर सवाल उठते आए हैं। लोगों का कहना है कि कॉलोनियों में स्ट्रीट लाइटों को सही कराने की बात हो तो निगम का बजट नहीं होता। लेकिन लाखों रूपये खर्च कर यह रंग—बिरंगी तितलियां लगाई हैं जो कुछ ही माह में खराब हो गई हैं। इसे लेकर पूर्व में नगर निगम के सदन में हंगामा हो चुका है और जांच के आश्वासन भी दिए जा चुके हैं। फिलहाल की स्थिति यह है कि अभी इन्हें लगे हुए महज दो से तीन माह ही हुए हैं और अधिकांश खराब हो चली हैं।
मदिया कटरा रोड पर ही लगभग आधी लाइटें खराब हैं। बताया जा रहा है कि इन्हें 32.20 लाख रूपये की लागत से लगवाया गया था। हरीपर्वत चौराहे से मदिया कटरा होते हुए बोदला तक सड़क के बीच डिवाइडर पर लगे खंभों पर 100 नियॉन लाइट वाली तितलियां लगाई गई थीं। इन तितलियों की कीमत 14 लाख रुपये है। वहीं, जीवनी मंडी चौराहे से आगरा किला तक सड़क पर डिवाइडर के बीच खंभो पर त्रिशूल के आकार की नियॉन लाइट लगाई गई हैं, 130 नियॉन लाइट की कीमत 18.20 लाख रुपये है।