आगरालीक्स…प्यार में मिली ऐसी दर्दनाक मौत कि हर कोई सन्न रह गया. प्रेमिका ने गूगल से सर्च कर सूनसान इलाके में बुलाया और कार के अंदर जिला जला दिया…
मथुरा के फरह क्षेत्र में सूनसान इलाके में हुई ट्रांसपोर्टर को कार के अंदर जिंदा जलाने की घटना में पुलिस लगातार जांच कर रही है. इस मामले में नामजद हिस्ट्रीशीटर अवधेश यादव और उसके भाई राजेश का सुराग नहीं लग सका है. पुलिस दोनों की तलाश आगरा और फिरोजाबाद में दबिश भी दे रही है. इधर पुलिस हिरासत में हिस्ट्रीशीटर की पत्नी और बेटी भले ही पूछताछ में कुछ नहीं बता रही हों लेकिन बेटी के मोबाइल से कई सारे सुबूत पुलिस के हाथ लगे हैं, जैसे कि मर्डर प्लान करने से पहले बेटी ने फोन में मथुरा के सूनसान इलाकों के बारे में सर्च किया है.
कुछ दिन पहले थाना फरह के नगला चंद्रभान के लिंक रोड पर पुलिस को जली हुई कार के अंदर जली हुई लाश मिली थी. पुलिस ने शिनाख्त की तो शव पुष्पेंद्र यादव पुत्र इंद्रपाल सिंह यादव निवासी आवास विकास कॉलोनी कासगंज का निकला. पुष्पेंद्र पेशे से ट्रांसपोर्टर था, उसकी इतनी दर्दनाक हत्या किसने की इसकी जांच की तो पुलिस को मामला प्रेम का पता चला. मृतक पुष्पेंद्र यादव के प्रेम संबंध हिस्ट्रीशीटर अवधेश की बेटी डॉली से निकले. पुलिस हिस्ट्रीशीटर को दबोचने पहुंची लेकिन वह अपने भाई के साथ फरार हो गया है. मंगलवार को पुलिस ने अवधेश की पत्नी और बेटी डॉली को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में पत्नी और बेटी ने बताया कि पुष्पेंद्र की हत्या के बाद ही वअधेश को अंदेशा हो गया था कि पुलिस उसे पकड़ लेगी, इस पर वह तीनों बेटों को लेकर भाग गया था. पुलिस ने अवधेश की तलाश मैनपुरी और फिरोजाबाद में भी दबिश दी लेकिन कोई पता नहीं चल सका.
इधर हिरासत में ली गईं मां बेटी से पुलिस भले ही पूछताछ कर रही हो लेकिन ये दोनों चुप्पी बांधे हुई हैं. डॉली पुलिस को बरगलाने में लगी है वहीं पूनक का कहना है कि उसे प्रकरण के बारे में कुछ पता नहीं है. हालांकि पुलिस ने डॉली के मोबाइल की गूगल सर्च हिस्ट्री देखी तो पता चला कि जिसमें उसने मथुरा के कई इलाके तलाशे थे. यह भी पता चला है कि उसने ही पुष्पेंद्र को फोन करके बुलाया था. पुलिस इस मामले में अभी और ठोस सुबूत तलाश रही है.