आगरालीक्स…आगरा में मणिपुर की लड़की के चेहरे पर लौटी मुस्कान, जब टूरिस्ट गाइड ने किया ये काम, हर तरफ हो रही तारीफ
आगरा में एक टूरिस्ट गाइड ने मिसाल पेश की है। आज के दौर में जहां एक रूपये के लिए भी लोगों का ईमान डगमगा जाता है वहीं टूरिस्ट गाइड अंकित अग्रवाल ने मणिपुर की युवती के चेहरे पर मुस्कान बिखेर थी।
दरअसल परिवार सहित मणिपुर की रहने वालीं जूली आज सुबह ताजमहल देखने पहुंची थीं। टिकट खरीदते वक्त उनका हैंड बैग विंडो पर ही छूट गया था। इसके बाद उन्होंने ताजमहल तो देखा लेकिन हैंड बैग की ओर ध्यान नहीं गया। काफी देर बाद जब ध्यान गया तो वे हड़बड़ा गईं। हैंड बैग में अन्य सामान के साथ ही उनका मोबाइल फोन भी था। परिवार के अन्य सदस्य का मोबाइल लेकर वे अपने मोबाइल पर फोन करने लगीं।
उस समय टिकट विंडो पर टूरिस्ट गाइड अंकित थे। उन्होंने मोबाइल फोन घनघनाने की आवाज सुनी। काफी देर तक हैंड बैग के बारे में आस—पास ही पूछताछ की। इसके बाद फोन पिक किया। टूरिस्ट से बात होने पर जानकारी ली कि वे कहां हैं। उन्होंने आगरा फोर्ट के गेट पर होने की बात कही। इसके बाद अंकित ने आगरा फोर्ट जाकर टूरिस्ट का बैग लौटाया।
मणिपुर से आगरा घूमने आईं जूली और उनके परिवारीजनों के चेहरे पर मुस्कान तैर गई। उन्होंने अंकित को अपनी खुशी से ईनाम देने की बात कही लेकिन अंकित ने इसे स्वीकार नहीं किया। कहा कि अपने शहर में आने वाले पर्यटकों के लिए मेरा कोई फर्ज है। वहीं जूली और उनके परिवार ने कहा कि वे हैरान हैं। उनकी नजर में आगरा और यहां के लोगों का मान बढ़ गया है। यह देखकर खुशी हुई कि ईमानदारी अभी खत्म नहीं हुई है।
बता दें कि अंकित पूर्व में बिहेविरयर साइंटिस्ट और एसओएस के अध्यक्ष डॉ. नवीन गुप्ता से प्रशिक्षण ले चुके हैं। इस प्रशिक्षण में ऐतिहासिक स्मारकों, रेलवे, बस स्टेशनों के आस—पास आॅटो चालकों, टूरिस्ट गाइडों आदि को बाहर से आने वाले पर्यटकों के साथ बर्ताव और ईमानदार रहने पर जोर दिया जाता है। अंकित को पहले एसओएस द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया जा चुका है।