Agra News (Video): Controversy over I love Agra Selfie Point BOT agreement in Agra…#agranews
आगरालीक्स…आगरा में सेल्फी पॉइंट को लेकर बवाल मच गया है एडीए ने एक कंपनी को बेशकीमती प्रोजेक्ट 20 साल के लिए संचालित करने के लिए बहुत कम दर पर देने का एग्रीमेंट कर लिया जानें पूरा मामला क्या है एडीए वीसी का कहना है
आगरा विकास प्राधिकरण यानी एडीए द्वारा हजारों करोड़ों रुपये की जमीन को कौड़ियों के दाम में एक कंपनी को 20 साल के लिए संचालित करने का एग्रीमेंट किया गया है. ये जमीन है फतेहाबाद रोड स्थित दो बीघा में बने सेल्फी प्वाइंट यानी ट्राईडेंट पार्क की. बेशकीमती इस जमीन को एडीए ने मात्र दो लाख रुपये वार्षिक के हिसाब से 20 साल के लिए एक कंपनी को संचालित करने के लिए दिया है. इस जमीन की कीमत इस समय एक लाख रुपये वर्ग गज है. इस मामले के सामने आने पर शहर में बवाल सा मच गया है. जनप्रतिनिधियों ने भी एडीए के इस एग्रीमेंट पर सवाल उठाए हैं और इसकी शिकायत सीएम से करने की भी बात कही है. हालांकि एडीए वीसी डॉ. राजेंद्र पेंसिया का कहना है कि यह पार्क लीज पर नहीं दिया गया है इसे बीओटी के तहत दिया गया है. उन्होंने साफ कहा है कि इस जमीन पर किसी को स्वामित्व नहीं दिया गया है केवल 20 साल तक संचालित करने के लिए और यहां का विकास करने के लिए ये एग्रीमेंट किया गया है. उन्होंने कहा है कि एग्रीमेंट नो प्रॉफिट और नो लॉस के आधार पर किया गया है. इसके तहत यहां पर नाइट कल्चर विकसित किया जाएगा और पर्यटकों के लिए यह आकर्षण का केंद्र बनाया जाएगा.
एडीए उपाध्यक्ष ने दी स्वीकृति, ये लिखा है एग्रीमेंट में
आई लव आगरा सेल्फी प्वाइंट यानी ट्राईडेंट पार्क आगरा को बीओटी के आधार पर 20 वर्षों के लिए दो लाख रुपये प्रति वर्ष जमा कराने के एग्रीमेंट पर एडीए उपाध्यक्ष ने 18 अप्रैल 2022 को अपनी स्वीकृति प्रदान की है. एग्रीमेंट के अनुसार कंपनी को कार्य की 10 प्रतिशत जमानत धनराशि 20 वर्षों के लिए रुपये चार लाख होती है को अनुबंध कराने से पहले देनी होगी. एग्रीमेंट में लिखा गया है कि यह जमीन के संचाल के लिए प्रथम वर्ष के लिए दो लाख रुपये निर्धारित है एवं इसके बाद प्रत्येक वर्ष में दस प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ धनराशि प्राधिकरण कोष में जमा करानी होगी.
जनप्रतिनिधियों ने उठाए सवाल
बेशकीमती इस जमीन को दो लाख रुपये साल के आधार पर संचालन के लिए दिए जाने पर शहर के जनप्रतिनिधियों ने भी सवाल उठाना शुरू कर दिए हैं. उन्होंने इस मामले में एडीए को पूरी तरह से घेरते हुए कहा है कि वह इस पूरे प्रकरण की शिकायत सीएम योगी से करेंगे. एमएलसी विजय शिवहरे ने कहा है कि पर्यटन के हिसाब से यह जमीन बेशकीमती है लेकिन किस आधार पर इसे केवल दो लाख रुपये वार्षिक के आधार पर दिया गया है. दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं मेयर नवीन जैन का कहना है कि यह जमीन आगरा की शान है और यहां किसी भी प्रकार की कोई छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वह सीएम योगी आदित्यनाथ से मांग करेंगे कि इस प्रक्रिया की जांच कराई जाए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए.
