22 नवंबर को सीबी चेन्स किनारी बाजार के संचालक और श्री सराफा कमेटी के महामंत्री को कार से उतरते ही घर के बाहर दो बाइक पर सवार चार युवकों ने गोली मार दी थी, उनके साथ सरकारी और निजी गनर भी था। एसएसपी प्रीतिंदर सिंह के अनुसार धन कुमार जैन के भाई प्रदीप जैन उर्फ बब्बे की हत्या के बाद उनकी पत्नी कमला नगर में रह रही थी। उन्हें घर खर्च के लिए एक लाख रुपये तय करने के बाद कम रुपये दिए जा रहे थे। इससे प्रदीप जैन का साला विशाल अग्रवाल नाराज था, उसकी दोस्ती धन कुमार जैन के साथ पार्टनर और बिहार में सीबी चेन्स के डिस्ट्रीब्यूटर अवधेश अग्रवाल से थी। धन कुमार जैन ने 2014 में अवेधश से पार्टनरशिप खत्म कर दी थी, इससे दोनों कें बीच मनमुटाव हो गया था।
नरेंद्र गोयल ने कराई रवि टमाटर से जेल में मुलाकात
विशाल अग्रवाल और अवधेश अग्रवाल दोनों की धन कुमार जैन को दुश्मन मानने लगे थे, सुबह मार्निंग वॉक पर विक्टोरिया पार्क में उनकी लोहार गली निवासी नरेंद्र गोयल से मुलाकात होती थी, उन्होंने नरेंद्र गोयल से धन कुमार जैन की हत्या करने की बात कही, इस पर नरेंद्र गोयल ने उनकी मुलाकात रकाबगंज थाने के हिस्ट्री शीटर रवि टमाटर से जिला जेल में मुलाकात कराई।
हरियाणा के राजेश फौजी को 30 लाख की सुपारी
जेल में विशाल अग्रवाल, अवधेश अग्रवाल और नरेंद्र गोयल की मुलाकात रवि टमाटर ने पारस गैंग के सक्रिय सदस्य हरियाणा निवासी राजेश फौजी और सचिन से कराई। राजेश फौजी ने धन कुमार जैन की हत्या के लिए 30 लाख की सुपारी ले ली।
श्मशान घाट पर प्लानिंग
इसके बाद ये सभी शाहगंज के श्मशान घाट पर मिले और एक लाख रुपये राजेश फौजी को धन कुमार जैन की हत्या करने के लिए दिए, 29 लाख हत्या के बाद श्मशान घाट पर देने थे।
इस तरह मारी गर्इ् गोली
विशाल अग्रवाल और अवधेश ने धन कुमार जैन के फर्म से निकलने की पल पल की जानकारी राजेश पफौजी को दी, राजेश फौजी और उसके तीन अन्य साथी दो बाइक से घर से कुछ दूरी पर ही खडे थे। धन कुमार जैन की गाडी के उनके घर पर पहुंचते ही सामने से दो बाइक पर चार लोग आगे की तरफ बढे और राजेश फौजी ने धन कुमार जैन के सीने में गोली मार दी, जो पेट में लगी और धन कुमार जैन की जान बच गई। पुलिस ने विशाल अग्रवाल, अवधेश अग्रवाल, नरेंद्र गोयल और रवि टमाटर को पकड लिया है।