आगरालीक्स……, आला अधिकारियों के काले धन को इन्वेस्टमेंट के नाम पर एक नंबर का बनाने वाले शैलेंद्र अग्रवाल के साथ दो पूर्व डीजीपी भी पफंस गए हैं। बुधवार को शैलेंद्र अग्रवाल को कोर्ट में पेश किया गया, अभी तक मीडिया के सामने मुस्कुराते दिखाई देने वाले सपा नेता शैलेंद्र अग्रवाल कोर्ट में मुंह पर अंगौछा लपेटे हुए थे, जिससे उन्हें कोई देख ना सके। पुलिस द्वारा जब्त किए गए शैलेंद्र अग्रवाल के मोबाइल में मैसेज मिले हैं, शैलेंद्र ने इन मैसेज को डिलीट नहीं किया था। वह मैसेज के माध्यम से पूर्व डीजीपी एसी शर्मा और एएल बनर्जी से पुलिस कर्मियों के पोस्टिंग और प्रमोशन के रेट तय करता था। सात से 20 लाख रुपये लिए जाते थे। इन रुपयों को वह आलू में इन्वेंट करने का हवाला देकर एक नंबर में उनके बैंक एकाउंट में जमा कराता था। इसके लिए एएसी शर्मा ने शैलेंद्र अग्रवाल के मोबाइल पर मैसेज से चार बैंक एकाउंट भेजे थे।
दरअसल, जीआरपी में कार्यरत एक दरोगा के तबादले के लिए सपा नेता शैलेंद्र अग्रवाल ने रुपये लिए थे, लेकिन काम नहीं हुआ, दरोगा पफोन करने लगा तो चतुर शैलेंद्र ने इंटरनेट कॉलिंग से डीजीपी के मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर दरोगा को धमकी दे दी, वह दहशत में आ गया, उनकी पत्नी ने पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी, इसके बाद जांच की गई तो शैलेंद्र की धोखाधडी सामने आ गई, उसे घर से अरेस्ट कर लिया। इसके बाद शहर के कारोबारियों ने करीब 500 करोड की धोखाधडी में शैलेंद्र अग्रवाल पर मुकदमा दर्ज कराया है। उसके रिश्तेदार ब्रजवासी मिष्ठान भंडार मथुरा पर भी मुकदमा दर्ज हुए हैं।
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