अलीगढ़लीक्स… एएमयू की मौलाना आजाद लाइब्रेरी ने आनलाइन माध्यम से बनाया स्थापना दिवस.
मौलाना आजाद लाइब्रेरी ने स्थापना दिवस मनाया
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की मौलाना आजाद लाइब्रेरी ने 12 नवंबर को आनलाइन माध्यम से अपना स्थापना दिवस मनाया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा जमील अहमद कुरैशी, पूर्व पुस्तकालय निदेशक ने मौलाना आजाद लाइब्रेरी से जुड़ी यादों को साझा किया. उन्होने बताया कि बैचलर आफ़ लाइब्रेरी साइंस कोर्स अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय द्वारा 1958-59 में देश में पहली बार पूर्णकालिक लेक्चरर्स के साथ प्रारम्भ किया गया था. उन्होंने सीखने के संसाधन केंद्रों के रूप में पुस्तकालयों की भूमिका और व्यावसायिक विकास गतिविधियों, उपयोगकर्ता प्रशिक्षण कार्यक्रमों, पुस्तकालय निर्माण के लिए एक रोडमैप और अनुपयोगी मटेरियल को साफ़ करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला.
डा गयास मखदूमी ने भी अपनी यादों को साझा किया
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पूर्व पुस्तकालय अध्यक्ष डा गयास मखदूमी ने एएमयू में अपने छात्र जीवन को याद करते हुए कहा कि मौलाना आजाद पुस्तकालय में ज्ञान का एक विशाल भंडार हैं और ये लाइब्रेरी अकादमिक उत्साह से भरा स्थान है. वहीं दूसरी ओर डाक्टर योगेंद्र कुमार पुस्तकालय अध्यक्ष, स्वामी रामा हिमालयन विश्वविद्यालय,देहरादून ने अनुसंधान डेटा पुस्तकालयों, संस्थागत भंडार, कापीराइट मुद्दों और उपयोगकर्ता प्रशिक्षण के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि पुस्तकालय सेवाएं उपयोगकर्ता केंद्रित होनी चाहिए और उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रिया पर आधारित होनी चाहिए.
प्रो निशात फातिमा ने किया भाषण से स्वागत
इससे पूर्व, कार्यवाहक पुस्तकालय अध्यक्ष प्रो निशात फातिमा ने अपने स्वागत भाषण में मौलाना आजाद लाइब्रेरी द्वारा उपलब्ध कराए गए संसाधनों, सेवाओं और सुविधाओं के बारे में जानकारी दी और पुस्तकालय के विकास में पूर्व पुस्तकालयाध्यक्षों के योगदान की सराहना की. डा मुनव्वर इकबाल, डिप्टी लाइब्रेरियन ने कार्यक्रम का संचालन किया और डा हबीबुर रहमान खान, डिप्टी लाइब्रेरियन ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया.