Another case reached the court against the Doctor of Shri Paras Hospital#agranews
आगरालीक्स (29th September 2021 Agra News)…. श्री पारस हॉस्पिटल के संचालक के खिलाफ एक और मामला कोर्ट पहुंचा. कोरोना पॉजिटिव बताकर दो दिन में लिए दो लाख. इतने का ही दवाओं का बिल थमाया. कोर्ट ने एक अक्टूबर को मांगी थाना न्यू आगरा से रिपोर्ट
जयपुर की रहने वाली है महिला
जयपुर की अंबिका विहार की रहने वाली नम्रता यादव ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। आरोप लगाया कि 11 मई को बुखार और शुगर बढ़ने की शिकायत पर उन्होंने अपने पति सुनील यादव को श्रीपारस हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। पीड़िता का आरोप है कि अस्पताल संचालक डॉ. अरिंजय जैन ने पति को कोरोना पॉजिटिव बताया। कहा कि इनको तुरंत भर्ती करना होगा। इसके बाद पीड़िता ने उन्हें श्रीपारस हॉस्पिटल में भर्ती कराया। आरोप है कि कोरोना की जांच के बाद भी उन्हें कोई कोविड की रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराई गई।
इलाज के ना पर जमा कराए एक लाख 98 हजार रुपये
पीड़िता का आरोप है कि इलाज के नाम पर करीब 1.98 लाख रुपये जमा करा लिए। अगले दिन डॉक्टर अंरिजय जैन ने कहा कि पति के इलाज में पांच लाख रुपये का खर्च आएगा। इसके बाद 13 मई को उनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई।
मेडिकल स्टोर से दी दो लाख रुपये की दवाएं
पीड़िता का आरोप है कि चिकित्सक ने उससे रुपये लाने को कहा। पीड़िता ने यह रुपये दे दिए। इसके बाद उन्हें मेडिकल स्टोर से दो लाख रुपये की दवाई का पर्चा भी थमा दिया। कहा कि इसका पेमेंट जल्दी कर दो। पीड़िता ने एक साथ इतना रुपया देने में असमर्थता जताई तो उससे सोने की चेन समेत अन्य जेवरात ले लिए।
पति की हो गई मौत, दी गई धमकी
पीड़िता का आरोप है कि डॉक्टर ने सही से इलाज नहीं किया। ऐसे में उनके पति की मौत हो गई। तब कर्मचारियों ने धमकी दी कि शव को चुपचाप ले जाएं। किसी से शिकायत न करें। अस्पताल के संचालक के हर जगह संबंध हैं।
सुनवाई न होने पर ली कोर्ट की शरण
पीड़िता के दिए शपथ पत्र के अनुसार, उसकी कहीं भी सुनवाई नहीं हुई। उसके दो छोटे—छोटे बच्चे हैं। न्याय पाने को उसने कोर्ट की शरण ली है। इसके बाद कोर्ट ने एक अक्टूबर को सुनवाई के आदेश दिए। और थाना न्यू आगरा से रिपोर्ट मांगी है।
वीडियो हो चुका है वायरल
बता दें कि श्री पारस हॉस्पिटल का एक वीडियो पिछले दिनों वायरल हुआ था। इनमें एक व्यक्ति मौत की मॉकड्रिल होने की बात कर रहा था। इस पर काफी हंगामा मचा था। तब अस्पताल को कुछ दिन के लिए सील कर दिया गया था।