Asicon 2024: Live telecast of more than 24 complex surgeries took place in hospitals of various cities including Agra…#agranews
आगरालीक्स…अधिक उम्र में शादी का कारण बन रहा स्तन कैंसर, आनुवांशिक भी हो रहा. एसीकॉन में आगरा सहित विभिन्न शहरों में हुआ 24 से अधिक जटिल सर्जरी का लाइव टेलीकॉस्ट. गंभीर बीमारियों की बारीकियां सीखीं…
आगरा में आयोजित पांच दिवसीय देश विदेश के सर्जन्स के महाकुम्भ एसीकॉन (एसोसेशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया के वार्षिक सम्मेलन) में आज दूसरे दिन विभिन्न शहरों से की गई 24 से अधिक जटिल सर्जरी का आयोजन स्थल होटल जेपी पैलेस में लाइव टेलीकॉस्ट किया गया। जिसमें देश-विदेश के चिकित्सकों ने लाइव सेशन के जरिए लिवर, गाल ब्लेंडर, यूट्रस, फिशर, फ्रुस्टला, कैंसर, अपेंडिक्स, थायराइड जैसी गंभीर बीमारियों की सर्जरी की बारीकिया गहनता से सीखी। लाइव टेलीकास्ट सेशन मे मुज़फ्फरनगर के वर्धमान हॉस्पिटल से डॉ. नूतन जैन ने लेप्रोस्कोपी के जरिए गाल ब्लेंडर, यूट्रस सर्जरी, शहर के पुष्पांजलि हॉस्पिटल से डॉ. एसडी मोर्या ने सीबीडी एक्सप्लरेशन, नई दिल्ली एम्स के डॉ. वीके बंसल और कृष्णा ने हेर्निया, गैस्ट्रोस्टोमी सर्जरी के अलावा मुम्बई, मुरादाबाद, कोयम्बटूर आदि शहरों से चिकित्सा क्षेत्र के नवांकुरों को प्रशिक्षित किया। 12 दिसम्बर को साइटिफिक सेशन के साथ 300 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे।
119 लोगों में से आगरा के 10 सर्जन्स को प्रदान की गई एएसआई की फैलोशिप
फैलोशिप ऑफ एसोसिएशन सर्जन्स ऑफ इंडिया कार्यक्रम के तहत आज एसीकॉन-2024 में देश विदेश के 119 सर्जन्स को एएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रोबल नियोगी द्वारा फैलोशिप प्रदान की गई। जिसमें आगरा के 10 सर्जन्स शामिल थे। इस अवसर पर मुख्य रूप से एएसआई के प्रसीडेंट इलेक्ट प्रवीन सूर्यवंशी, मुख्य अतिथि प्रो. एमसी मिश्रा थे। संचालन डॉ. अमित श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सचिव प्रताप वारूते, एकेडमिक कन्वेनर जी सिद्धेश, आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. एसके मिश्रा, डॉ. ज्ञानप्रकाश सचिव डॉ. समीर कुमार, कोषाध्यक्ष डॉ. सुनील शर्मा, डॉ. मयंक जैन, अनग उपाध्याय, डॉ. राजेश गुप्ता आदि उपस्थित थे।
अनुवांशिक और हार्मोन के कारण बढ़ रहा स्तन कैंसर
एसएमएस जयपुर की डॉ. प्रभा ओम ने बताया कि स्तन कैंसर के केस बढ़ने लगे हैं, जिन महिलाओं को स्तन कैंसर होता है उनकी बेटी को 10 से 12 वर्ष की आयु में स्तन कैंसर हो सकता है। 12 से 18 वर्ष की आयु में भी स्तन कैंसर के केस मिल रहे हैं। प्रारंभिक अवस्था में सर्जरी करते समय पूरा स्तन नहीं हटाया जाता है कैंसर वाले हिस्से को अलग किया जाता है। 10 प्रतिशत महिलाओं में कैंसर का कारण अधिक उम्र में शादी है। इसके साथ ही महिलाओं में पित्त की थैली की पथरी, टीबी और थाइरायड की सर्जरी की जा रही है।
हर्निया और पित्ताशय की सर्जरी ज्यादा
डा. संदीप कुमार, पूर्व निदेशक एम्स भोपाल ने बताया कि एक हजार में दो लोगों को हर्निया की समस्या हो रही है तो खान पान, परिश्रम ना करने से पित्तयाशय की पथरी की समस्या बढ़ गई है। इसके साथ ही गुदा द्वार की समस्या तेजी से बढ़ी हैं। फिशर, पाइल्स और फिस्टुला की सर्जरी लेजर से की जा रही है। क्षार सूत्र के माध्यम से भी फिस्टुला का इलाज होने लगा है।
रोबोटिक सर्जरी सस्ती करने की जरूरत
डा. जी सिद्धेश, डायरेक्टर एकेडमिक काउंसिल एएसआई ने बताया कि कैंसर, थायराइड में रोबोटिक सर्जरी के अच्छे रिजल्ट हैं लेकिन रोबोटिक सर्जरी दूरबीन विधि और ओपन सर्जरी से 10 गुना महंगी है, रोबोट महंगे हैं। सर्जरी के लिए इस्तेमाल होने वाले सर्जिकल सामान भी महंगा है। एएसआइ की कार्यशाला में इस पर भी चर्चा की जा रही है। जिससे आने वाले समय में रोबोटिक सर्जरी आगे बढ़ सके।
रोबोट से की जा रही पेट की सर्जरी
गुरुराम राय मेडिकल कालेज, देहरादून के डॉ. जेपी शर्मा ने बताया कि मेटाबोलिक डिसआर्डर की सर्जरी रोबोट से की जा रही है। मोटापा कम करने के लिए पेट की सर्जरी भी रोबोट से हो रही है।