आगरालीक्स…बटेश्वर मेले में घोड़े पवन के नाच के दीवाने हुए लोग. घोड़े, ऊंट और खच्चर से भरा मेला. विदेशी भी पहुंचे
बटेश्वर में घोड़े, ऊंट और खच्चर का मेला खचाखच भर गया है। अबलक, पंजाबी, अरबी घोड़ों की जमकर बिक्री हुई। व्यापारी उस्मान ने बताया कि इस बार मेला अच्छा बिका है। ऊंट के मेले में नागौरी, बाडमेरी ऊंट की मांग ज्यादा रही। दोसा के रमेश ने बताया कि ऊंट के मेले में भी अच्छी बिक्री हुई है। खच्चर के बाद मेले में गधा की आबक शुरू हो गई है। फिरोजाबाद के उस्ताद भोलू के घोड़े पवन के नाच के लोग दीवाने हो गये। भोलू ने बताया कि पुष्कर के मेले में पवन को 51 हजार रुपये का पुरस्कार मिला था। फिरोजाबाद के ही कुलदीप उस्ताद नकुली घोड़ी बसंती को नृत्य में पारंगत करने में जुटे हुए थे। बताया कि जिला पंचायत ने हॉर्स शो का आयोजन नहीं किया है। इसलिए निराश होकर लौटने को मजबूर हैं। पशुओं के मेले में बुधवार को इंग्लैंड के न्यूमेरी, स्टुवर्ट पहुंचे। मेले में खच्चरों को देखा उनके बारे में अपने गाइड गजेन्द्र सिंह डागर के माध्यम से जानकारी ली। उन्होंने ऊंट और घोड़े भी देखे। जिससे काफी प्रभावित दिखे।
src=”https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-8335176789442065″ crossorigin=”anonymous”>बटेश्वर मेले में नहीं लगा पशु चिकित्सा शिविर
बटेश्वर मेले में गाड़ी से उतारते चढ़ाते वक्त घोड़े, ऊंट और खच्चर को चोट लग रही है। इसके अलावा सर्द गर्म मौसम की बजह से निमोनिया का खतरा बढ़ गया है। लेकिन मेला उदघाटन के दूसरे दिन बुधवार को भी पशु मेले में उपचार के लिए शिविर के तंबू तक नहीं लगे हैं। घायल और बीमार मवेशी के इलाज को व्यापारी किसान भटकने को मजबूर हैं। झोलाछाप का सहारा लेना पड़ रहा है।
बटेश्वर मेले में घोड़े की खरीद बिक्री को लेकर भिड़े, दो गिरफ्तार
बटेश्वर मेले में घोड़े की खरीद और बिक्री को लेकर महदवा भिंड के दीपेन्द्र सिंह और आदेश सिंह आपस में भिड़ गये। एक ही घोड़े को खरीदने को लेकर दोनों में विवाद हुआ। विवाद के बाद हाथापाई शुरू हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों को पकड़ कर थाने ले आई। एसओ बाह आरपी सिंह ने बताया कि दोनों का शांतिभंग में चालान कर दिया है।