Bharat Vikash Parishad Nikunj members donate 288 unit blood #samarpanbloodbankagra
आगरालीक्स.. आगरा में मरीजों की जान बचाने के लिए रिकॉर्ड 288 यूनिट रक्तदान किया गया। खून की कमी से मरीज की जान ना जाए। इसी जुनून के साथ रक्तदान करने के लिए भारत विकास परिषद निकुंज शाखा द्वारा आयोजित महारक्तदान शिविर में आहूति देने रक्तदानदाता पहुंचे। रविवार को महाराजा अग्रसेन सेवा सदन, मुगल रोड, कमला नगर पर समर्पर्ण ब्लड बैंक के सहयोग से लगाए गए शिविर में 288 यूनिट रक्तदान किया गया।
परिषद के संस्थापक अध्यक्ष प्रमोद सिंघल ने इस मौके पर आयोजित गोष्ठी में कहा कि अभी भी गर्भवती महिलाओं की जान खून की कमी से जा रही है। आपरेशन के समय और दुर्घटना में घायल मरीजों की इलाज के लिए परिजन ब्लड बैंक के चक्कर लगा रहे हैं। ब्लड का इंतजाम ना होने से सांसे थम रहीं हैं। ऐसे मरीजों की जान बचाई जा सके। इसके लिए भारत विकास परिषद निकुंज शाखा द्वारा रक्तदान शिविर लगाया जा रहा है। सातवें रक्तदान शिविर में रक्तदानदाताओं की भीड उमडी। महारक्तदान शिविर में आहूति देने के लिए अपने नंबर का इंतजार करते रहे। सुबह से शाम तक रक्तदान करने वालों की लाइन लगी रही। शाम 5 बजे तक शिविर में 288 यूनिट रक्तदान किया गया। हालंकि रक्तदान करने के इच्छुक लोगों की लिन अभी भी थी, लेकिन समय के अभाव में शिविर का समापन कर दिया गया। अगला बार लक्ष्य 300 यूनिट से अधिक रहेगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से संरक्षक विनय सिंघल, सुभाष वर्मा, अध्यक्ष विवेक अग्रवाल, सचिव राकेश कुमार गर्ग, कोषाध्यक्ष मनीष कुमार जैन, विशेष अतिथियों में मेयर नवीन जैन, बबीता चौहान, सुनील विकल, अनिल अग्रवाल, अजय कंसल, राकेश सुरेका, आलोक अग्रवाल, बृजमोहन आदि मौजूद थे।
रक्तदान में रहा इनका रहा विशेष योदगान
शैलेश अग्रवाल, प्रवीण मित्तल, अनुज सिंघल, संजीव गर्ग, मुकेश अग्रवाल, संजय गुप्ता, अनुज मंगल, गौरव अग्रवाल, अंकित अग्रवाल, दीपक शर्मा, कपिल गर्ग, पंकज बंसल, विनय गर्ग, दिनेश भाटिया, प्रदीप अग्रवाल, पवन अग्रवाल, आनंद गुप्ता, रोहित, योगेश, किशोर, मनीष, विवेक अग्रवाल, सुभाष वर्मा, निशी अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, राजेश चतुर्वेदी, संजीव कुमार जैन, चरणजीत टिम्मा, रविकांत अग्रवाल, तरुण सचवानी, संजय अग्रवाल, कन्हैया अग्रवाल, आशीष गर्ग जी, संदीप गुप्ता, राजेश कुमार गर्ग, अमित गर्ग, प्रतीक कुमार गर्ग, रंजना अग्रवाल, पंकज गुप्ता, विनय लूथरा, जीत काशी वाल, राकेश वर्मा, विमल यादव, रवि यादव, मुकेश अग्रवाल, अभिनव बंसल जी
एक यूनिट ब्लड से तीन मरीजों की बच रही जान
अब होल ब्लड की जगह कंपोनेंट का इस्तेमाल किया जा रहा है। 450 एमएल ब्लड लिया जाता है, इसकी शरीर में पूर्ति 48 घंटे में हो जाती है। इस एक यूनिट ब्लड से प्लाज्मा, आरबीसी और प्लेटलेट अलग किए जाते हैं। इस तरह एक यूनिट से तीन मरीजों की जान बचाई जा सकती है। वहीं, नियमित ब्लड डोनेट करने से आत्मविश्वास बढता है, स्फूर्ति आ जाती है। ब्लड डोनेट करते समय कई बीमारियों की जांच की जाती है। इससे यह भी पता चल जाता है कि कोई बीमारी तो नहीं है।