
भारतीय बाजार में सात साल की सबसे ज्यादा गिरावट
इससे पहले भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को करीब साढ़े सात साल की सबसे भारी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 1624 अंक से ज्यादा गिर गया, जबकि निफ्टी में 491 अंकों की गिरावट आई।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 1,624.51 अंक धराशायी हो गया जिससे निवेशकों को करीब सात लाख करोड़ रुपये की पूंजी से हाथ धोना पड़ा है। कारोबार के दौरान तो एक समय सेंसेक्स 1,741.35 अंक तक टूट गया था। 21 जनवरी, 2008 के बाद यह सेंसेक्स में एक दिन में तीसरी सबसे बड़ी गिरावट है।
विदेशी कारक जिम्मेदार
वित्तमंत्री अरुण जेटली और रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने बाजार में किसी तरह के भय को दूर करने का प्रयास करते हुए कहा कि भारतीय बाजारों का आधार मजबूत है और स्थिति के लिए विदेशी कारक जिम्मेदार हैं।
इसके बाद भी बाजार नहीं संभल पाया। सेंसेक्स 1,624.51 अंक यानी 5.94 फीसदी गिरावट के साथ 25,741.56 पर बंद हुआ। निफ्टी 490.95 अंक या 5.92 फीसदी गिरकर 7,809 के स्तर पर रहा।
पहले केवल दो मौकों पर इससे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है।
सबसे बडी गिरावट
22 जनवरी 2008 — सेंसेक्स 2,272.93 अंक गिरा
21 जनवरी 2008 — सेंसेक्स 2,062.20 अंक गिरा
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