आगरालीक्स…(12 November 2021 Agra News) आगरा के इस क्षेत्र को पर्यटन तीर्थ घोषित करने की मांग की गई है. महर्षि परशुराम की पौराणिक गाथाओं से जुड़ा हुआ है ये यमुना तटीय गांव….
ब्राहृमण सभा ने की मांग
ब्राहृमण महासभा द्वारा आगरा के रुनकता गांव को पर्यटन तीर्थ का गांव घोषित करने की मांग की गई है. शुक्रवार को महासभा की ओर से होटल पीएल पैलेस में इसको लेकर एक बैठक की गई जिसमें रुनकता गांव को लेकर कई प्रस्ताव पारित किए गए. महासभा द्वारा कहा गया कि श्रद्धास्थल के रूप में मान्य आगरा जनपद की किरावली तहसील के अछनेरा विकास खंड के तहत आने वाला रुनकता गांव को पर्यटन तीर्थ का गांव घोषित किया जाये. यमुना तटीय यह गांव ब्राह्मणों के आराध्य महर्षि परशुराम की पौराणिक गाथाओं से जुड़ा हुआ है.
यूपी टूरिज्म के मानचित्र पर आए रुनकता
महासभा ने अपने दूसरे प्रस्ताव में कहा कि रुनकता को यूपी टूरिज्म के मानचित्र में लाया जाए. आगरा के पवित्र ऋषियों की तपस्या स्थलों की पहचान एक तपस्वी परिपथ (सर्किट) के रूप हो जिससे कि आस्था और धार्मिक भावना वाले आगरा भ्रमणार्थी इन तक पहुंच सकें. राज्य पुरातत्व विभाग को इसका दायित्व सौंपा जाये, जिला पंचायत इसके लिए प्रस्ताव पारित करे. जिला पंचायत अध्यक्ष और क्षेत्र से संबधित जिला पंचायत सदस्यों से इसके लिए शासन को प्रस्ताव अग्रसर करवाने का प्रयास किया जायेगा.
रि नोटिफिकेशन की सीमा में हो सूरदास पक्षी अभ्यारण्य
सूरदास पक्षी अभयारण्य की सीमा का रि नोटिफिकेशन हो. ब्राह्मण सभा की है मांग है कि रिनोटिफिकेशन से पूर्व जनसुनवाई की जाये. सरकार से मांग करती है कि सूर सरोवर पक्षी अभयारण्य का रिनोटिफिकेशन होने को है, जिसे दृष्टिगत जनसुनवाई भी नये सिरे से हो. पूर्व में वन क्षेत्र का नोटिफिकेशन बिना जनसुनवाई के ही केवल वन विभाग की मर्जी से कागजी औपचारिकताओं के चलते ही कर डाला गया था. जनसुनवाई सही प्रकार से न होने के कारण सेंचुरी प्रशासन ने गऊघाट जैसे पवित्र तीर्थ और सूर कुटी (सूर श्याम मंदिर) तक को रुनकता के लोगों की पहुंच से बाहर कर दिया है.
पौराणिक बृज परिपथ. ब्राह्मण बृंद की सरकार से मांग है कि वह उप्र पर्यटन निदेशालय को पौराणिक बृज बृत आगरा बनाये जाने के लिये निर्देशित करे. ग्रंथालय / पुस्तकालय स्थापना जनपद के ब्राह्मण पुरा एवं धार्मिक साहित्य प्रधान एक ग्रंथालय / पुस्तकालय स्थापित करना चाहते हैं, जिसमें पुस्तकों के अलावा आडियो और वीडियो लिटरेचर भी होगा. नालियों और नालों का तंत्र कीचड ,गंदगी मुक्त करने के लिये उपयुक्त क्षमता युक्त करना तथा यमुना नदी में गावं ड्रेनजे सीध जाने से रोक कर शोधन हेतु एक एम एल डी क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगवाना हमारी मांगों में शामिल है.