आगरालीक्स…मथुरा में डबल मर्डर का सनसनीखेज सच. होली के अगले दिन ही कर दी थी हत्या, लाश ठिकाने में नाकाम रहा तो सात दिन बाद डीजल डालकर लगा दी आग…ऐसे आया पकड़ में
मथुरा के थाना हाइवे स्थित कर्मयोगी कॉलोनी में मकान के अंदर महिला व पुरुष की हत्या कर जलाए गए उनके शवों के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने हत्यारोपी को अरेस्ट कर लिया है. पूछताछ में उसने घटना की वीभत्सता का खुलासा किया है. आरोपी ने होली के अगले दिन ही दोनों को नशीला पदार्थ खिलाकर पहले बेहोश किया और फिर बाद में इनकी हत्या कर दी. कई दिन तक वह लाश ठिकाने नहीं लगा पाया तो घटना के सात दिन बाद उसने डीजल से दोनों के शवों को जला दिया. पुलिस उससे अभी और पूछताछ कर रही है.
ये है मामला
25 मार्च को पुलिस को सूचना मिली कि थाना हाइवे स्थित कर्मयोगी कॉलोनी में एक फौजी के मकान के अंदर से धुआं उठ रहा है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मकान को खोलकर देखा तो अंदर दो लोगों की लाशें बुरी तरह से जलाई गई थीं. शव कई दिन पुराने थे और क्षेत्र में मकान के अंदर से दुर्गन्ध भी आ रही थी. पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी और कई टीमों का गठन कर दिया. मृतकों की पहचान ीाीम सिंह निवासी कस्बा सौंख और भारती के रूप में हुई.
यह मकान अलीगढ़ में रहने वाले एक फौजी का था जिसने रिश्तेदार के जरिए इस मकान को राजस्थान के तालफरा निवासी पवन कुंतल को किराये पर दे दिया था. पुलिस ने बताया कि 19 मार्च को पवन कुंतल भीम सिंह और भारती को घर से ले गया था और फौजी के मकान में लेकर आया. यहा पवन ने दंपत्ति को पानी में नशीली गोलियां मिलाकर पिला दीं. इसके बाद वह इन दोनों के बेहोश होने का इंतजार करने लगा. दोनों के बेहोश होते ही पवन ने भीम की रस्सी से गला घोटकर हत्या कर दी और भारती का मुंह पर तकिया से दबाकर मार दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ था.
शवों को ठिकाने नहीं लगा पाया तो जला दिए शव
हत्यारोपी पवन मृतक भीम सिंह और भारती के शवों को ठिकाने नहीं लगा पाया. कई दिन तक वह कोशिश करता रहा लेकिन उससे कुछ हो नहीं पाया. इधर पड़ोसियों के फोन उसके पास पहुंचे कि मकान के अंदर से दुर्गन्ध आ रही है. इसकी भनक लगते ही हत्यारोपी ने शुक्रवार को 200 रुपये का डीजल लाकर दोनों के शवों को पहचान मिटाने के लिए जला दिया और फिर वहां से भाग गया. पुलिस ने हत्यारोपी पवन को हिरासत में ले लिया है. फिलहाल पुलिस उसे सच उगलवा रही है. थाना मगोर्रा में मृतक के बड़े भाई ने दंपत्ति की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. अब इसे हतया में परिवर्तित कर दिया गया है. दंपत्ति की हत्या के पीछे करीब 50 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आ रहा है.