Efforts to create job friendly environment in IT sector
अलीगढ़लीक्स… ( 10 August ) । एएमयू के कंप्यूटर विज्ञान विभाग द्वारा 7 स्टार्टअप के लिए पहल करने और उद्यमिता में कदम रखने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आईटी क्षेत्र में उद्यमिता विषय पर श्रृंखला का दूसरा वेबिनार आयोजित किया गया।
आईटी क्षेत्र में उद्यमिता पर वेबिनार
वेबिनार के लिए लगभग 200 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 20 शिक्षक उद्योग के 30 पेशेवर और स्थानीय राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा और उद्योग से 150 छात्र प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
पूर्व छात्र कर रहे युवाओँ को प्रोत्साहित
कंप्यूटर विज्ञान विभाग उद्योग का गहरा अनुभव रखने वाले प्रसिद्ध पूर्व छात्रों से वर्तमान छात्रों को लाभान्वित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। इनमें से कई पूर्व छात्रों ने अपना उद्यम प्रारंभ कर अपनी उद्यमिता प्रमाणित की है। इस प्रयास का उद्देश्य पूर्व छात्रों को वर्तमान तकनीकी विशेषज्ञों से जुड़ने के लिये प्लेटफार्म प्रदान करना है ताकि वे इस क्षेत्र के वरिष्ठों के अनुभवों से लाभान्वित हो सकें।
समय के अनुसार आयोजन जरूरी
इस अवसर पर विज्ञान संकाय के डीन प्रोफेसर काजी मजहर अली ने वर्तमान चुनौतीपूर्ण समय में ऐसे समसामयिक और उपयोगी विषयों पर वेबिनार आयोजित करने के लिए अध्यक्ष प्रोफेसर आसिम जफर और उनकी टीम के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रासंगिक विषयों पर वेबिनार आयोजित करना समय की आवश्यकता है क्योंकि वे छात्रों को उनके पाठ्यक्रम के मूल्यवर्धन के लिए एक विंडो प्रदान करते हैं।
वेबिनार के उद्देश्यों को बताया
कंप्यूटर विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर आसिम जफर ने अपने स्वागत भाषण में वेबिनार के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि इस तरह के आयोजनों का उद्देश्य छात्रों में विश्वास पैदा करना और नौकरी के अनुकूल उनको तैयार करना है।
दो कंपनियों जोरा सोफ्ट आईएनसी तथा ऐवियर आईएनसीए सांता क्लारा कैलिफ़ोर्निया संयुक्त राज्य अमेरिका के संस्थापक तथा पूर्व छात्र श्री अहमद उल्लाह ने स्टार्टअप और उद्यमिता से संबंधित अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा किए। उन्होंने आईटी क्षेत्रों के विशिष्ट उदाहरणों का हवाला देते हुए उद्यमिता में कदम रखने की प्रक्रिया पर चर्चा की।
उन्होंने एक वार्तालाप सत्र में प्रतिभागियों के स्टार्टअप और उद्यमिता के बारे में प्रश्नों के उत्तर दिये। समन्वयक डा. अरमान रसूल फरीदी ने वेबिनार का संचालन किया और धन्यवाद ज्ञापित किया।