हैदराबाद विवि के रोहित वेमुला ने रविवार को आत्महत्या कर ली थी, रोहित सहित चारों शोधार्थियों को जांच कमिटी ने आरोप मुक्त कर दिया था लेकिन ‘मानव संसाधन विकास मंत्रालय’ और केन्द्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रय के दबाव में विश्वविधालय प्रशासन ने दलित छात्रों को निष्कासित कर दिया था| इतना ही नहीं गत छ माह से रोहित को मिलने वाली जूनियर रिसर्च फैलोशिप भी रोक दी गयी थी। इन सब से रोहित वेमुला बेहद तनाव में रहा और अंतत उसने आत्महत्या कर ली| उसकी आत्महत्या भारतीय समाज के घोर जातिवादी, वर्गवादी और फासिस्ट चरित्र को दिखाती है | सभी आमजनों से प्रतिरोध सभा में पहुँचने की अपील की गयी है।
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